चंडीगढ़, 31 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर कुरुक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्यतिथि शिरकत की। इस दौरान उन्होंने शहीद उधम सिंह के चरणों में नमन किया और कहा कि उधम सिंह जैसे बलिदानियों की वजह से आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस दौरान उन्होंने काम्बोज सभा की मांग पर करनाल, कुरुक्षेत्र व शाहाबाद में बन रही तीन काम्बोज धर्मशालाओं के लिए 47 लाख 76 हजार 76 रुपये की राशि देने की घोषणा की।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सर्वप्रथम शहीद उधम सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की विधिवत रूप से शुरुआत की। कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रेरणा का विषय है कि आजादी के मतवाले शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि देने हम यहां पहुंचे हैं। आज हम शहीद उधम सिंह के बलिदान को भुला नहीं सकते। उन जैसे शहीदों की कुर्बानियों की वजह से हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को मिलकर देश को मजबूत बनाना है
काम्बोज सभा की मांग पर तीन धर्मशालाओं के लिए दी राशि
काम्बोज सभा की मांग पर मुख्यमंत्री ने करनाल, कुरुक्षेत्र और शाहाबाद में निर्माणाधीन तीन धर्मशालाओं के लिए 47 लाख 76 हजार 76 रुपये की राशि दी। मुख्यमंत्री ने करनाल की काम्बोज धर्मशाला के लिए 21 लाख रुपये, कुरुक्षेत्र की धर्मशाला के लिए 21 लाख 76 हजार 76 रूपये और शाहाबाद की धर्मशाला के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त कुरुक्षेत्र की धर्मशाला के लिए सांसद नायब सिंह सैनी ने भी 11 लाख रुपये देने की घोषणा की।
विदेश जाकर लिया जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि शहीद उधम सिंह का जन्म पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम में हुआ था। उनके बचपन का नाम शेर सिंह था। जलियांवाला बाग में एकत्रित लोगों पर अंग्रेजी सरकार ने गोलियां चला दी थी। इसमें अनेकों भारतीय मारे गए थे। शहीद उधम सिंह ने इनकी हत्या का बदला लेने की ठानी। इसके लिए वे इंग्लैंड गए। इंग्लैंड जाने के लिए नाम बदलकर शेर सिंह से उधम सिंह रखा। वहां जाकर अंग्रेजी अफसर डायर को सरेआम तीन गोलियां मारी। उन्होंने कहा कि उधम सिंह गोली मारकर भागे नहीं। अंग्रेजो ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और 2 दिन में दोषी करार दे दिया और उन्हें फांसी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद उधम सिंह के बलिदान को हम कभी नही भुला सकते।
अंत्योदय के भाव से काम कर रहे प्रधानमंत्री
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अंत्योदय के भाव से काम कर रहे हैं। उनके लिए भारत सर्वप्रथम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें देश का भला करना है तो देश हित में काम करना होगा। हरियाणा सरकार भी अंत्योदय के भाव से काम कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब व पिछड़े को सबसे पहले मिले, इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरुषों के बलिदान व उनकी शिक्षा जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए सरकार ने संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार-प्रसार योजना बनाई है। इसी के अंतर्गत महापुरुषों व संतों की जयंती सरकारी खर्च पर मनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार हरियाणा एक-हरियाणवी-एक के नारे पर कार्य कर रही है। देश के नागरिकों को एकता के सूत्र में बांधकर आगे बढ़ना ही क्रांतिकारियों को सच्ची श्रद्धांजलि है।
संत-महापुरुष सर्व समाज के – कर्णदेव काम्बोज
कार्यक्रम के संयोजक व पूर्व मंत्री कर्णदेव काम्बोज ने कहा कि संत-महापुरुष एक समाज या व्यक्ति के नहीं बल्कि सर्व समाज के हैं। सर्व समाज को आगे आकर शहीदों के चरणों में नमन करना चाहिए। कुरुक्षेत्र में शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने पर उन्होंने सर्व समाज का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश का इतिहास शहीदों के बलिदान से भरा हुआ है। हमारे महापुरुषों ने देश को आगे बढ़ाने के लिए विशेष योगदान दिया। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह ने 7 समुद्र पार जाकर देश के स्वाभिमान का बदला लिया। जलियांवाला बाग में जो हत्याकांड हुआ था, उसके बदले की आग उनके सीने में धधक रही थी। उधम सिंह इंग्लैंड पहुंचे और डायर को गोली मारकर लोगों की हत्या का बदला लिया। उन्होंने कहा कि हमें इस शहीदी दिवस पर ऑर्गेनिक खेती करने और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने का प्रण लेना चाहिए।
संत-महापुरुषों के कार्यक्रम सरकार द्वारा मनाना, बेहद अच्छी पहल- सांसद नायब सैनी
कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी ने शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर उनके चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि संत-महापुरुषों की जयंती व शहीदी दिवस हरियाणा सरकार द्वारा अपने खर्च पर मनाना बेहद अच्छी पहल है। सांसद नायब सैनी ने कहा कि हमें शहीद उधम सिंह के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में जो हत्याकांड हुआ और उसका बदला लेने का उन्होंने प्रण लिया। उन्होंने 1940 में इंग्लैंड जाकर डायर को गोली मारकर इस घटना का बदला लिया। हम सभी को ऐसे वीर बलिदानियों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस मौके पर थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल, शाहाबाद के विधायक रामकरण, सीएम के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी, पूर्व विधायक पवन सैनी, महंत बाबा ब्रह्मदास जी महाराज, जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह, बाबा महेश मणि, जसविंदर खेहरा, धुम्मन सिंह किरमच, धर्मवीर मिर्जापुर मौजूद रहे।