चंडीगढ़, 16 अगस्त- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि वर्ष 2047 तक हरियाणा राज्य पूरे देश में विकास के मामले में सर्वोच्च स्थान पर होगा।
मुख्यमंत्री मंगलवार को आजादी की 76वीं वर्षगांठ पर फतेहाबाद में आयोजित राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए देश की आजादी में योगदान एवं बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को याद किया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
फतेहाबाद की पुलिस लाइन में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की तथा ध्वजारोहण किया और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए अपना संदेश दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने लघु सचिवालय के समीप स्थित शहीदी स्मारक पर वीर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने परेड की टुकडिय़ों का निरीक्षण किया। परेड की टुकडिय़ों ने शानदार मार्चपास्ट किया तथा राष्ट्रध्वज को सलामी देते हुए मंच के सामने से गुजरी। परेड का नेतृत्व एएसपी भिवानी लोगेश सिंह ने किया।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के वीरों ने भी आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया था। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी वर्ष 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमणों और आप्रेशन विजय के दौरान वीरता की नई मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री ने महान स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि वे आजादी के लिए मर-मिटने वाले ज्ञात-अज्ञात शहीदों के प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने शहीदों को याद करते हुए राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियां सुनाई-
‘जो अनगिणत लघु दीप हमारे, तूफानों में एक किनारे,
जल-जलाकर बुझ गए किसी दिन, मांगा नहीं स्नेह मुंह खोल
कलम आज उनकी जय बोल’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी का यह पावन पर्व उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन भी है। आज भारत अपनी उन्नत प्रौद्योगिकी और प्रतिभा के बल पर चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशन शुरू कर रहा है। हाल ही में हमारा चन्द्रयान-3 चांद की कक्षा में प्रवेश कर चुका है और आज से एक सप्ताह बाद चांद पर उतरेगा। हम अपनी तकनीक के बल पर इसकी यात्रा और लैंडिंग को घर बैठे देख सकते हैं।
उन्होंने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को दूरगामी विजन वाला प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि मोदी जी ने कई चुनौतीपूर्ण विवादों का चुटकियों समाधान कर दिया। जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद-370 व धारा 35-ए को हटाकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक अखंड भारत का सपना साकार किया है। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू कर करोड़ों देशवासियों की आस्था को मजबूती दी है, जो अब पूरा होने को है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पिछले 2 सालों से आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इस महोत्सव के समापन पर इस बार प्रधानमंत्री ने मेरी माटी-मेरा देश अभियान चलाया है। गत 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर शुरू किये गए इस अभियान में देश के हर गांव व हर शहर की मिट्टी एकत्रित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के बंटवारे को 20वीं शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी बताते हुए उसके पीड़ितों की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाना शुरू किया है। वन रैंक-वन पेंशन की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करके वीर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर 21वीं सदी का आत्मनिर्भर भारत बनाने का मार्ग प्रशस्त किया है, हरियाणा में हमारी सरकार ने वर्ष 2025 तक ही इस नई नीति को पूर्ण रूप से लागू करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए अन्य कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि सर्जिकल एयर स्ट्राइक, नागरिकता संशोधन कानून, तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, जल संरक्षण आदि अनेक युग-परिवर्तनकारी कदम उठाए गए हैं।
अंबाला से फूटी थी आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी:-
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम का स्मरण करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आन्दोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम सन् 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में सफल रहे। उन सेनानियों की देशभक्ति से नई पीढिय़ों को प्रेरित करने के लिए हमने अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति अपनी कृतज्ञता अवश्य व्यक्त कर सकते हैं। इस दिशा में कदम उठाते हुए सरकार ने प्रदेश में सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग का गठन किया है। उन्होंने बताया कि युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये की है। आईईडी ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। सेना व अर्ध-सैनिक बलों के शहीदों के 367 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने तिरंगे की तरफ देखते हुए कहा कि आज मेरा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण का यह 9वां अवसर है, मैं अपने आप को गौरवान्वित व आनंदित महसूस कर रहा हंू। उन्होंने फतेहाबाद जिला को भी वीरों की धरती बताते हुए कहा कि यहां के वीरों ने आजादी के आंदोलन में बढ़-चढक़र भाग लिया था। यहां के एक ही गांव धांगड़ में 14 स्वतंत्रता सेनानी हुए। उन्होंने सन् 1931-32 के सिविल नारमानी और नमक सत्याग्रह तथा 1942 के ऐतिहासिक भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेकर अंग्रेजों को भारत छोडऩे पर मजबूर किया तथा जेल यात्राएं कीं। उनका संघर्ष व त्याग नई पीढिय़ों को देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। उनके नाम गांव धांगड़ के गौरव पट्ट पर अंकित हैं। मेरी माटी-मेरा देश अभियान में ऐसे ही वीरों के नाम पूरे देश के गांवों के गौरव पट्ट पर अंकित किए जा रहे हैं।
पुराने पड़ चुके सिस्टम की अड़चनों को दूर किया:-
मुख्यमंत्री ने प्रदेश का विकास करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि वर्ष 2014 में जब हमने जनसेवा का दायित्व संभाला तो हमारा लक्ष्य हर हरियाणवी के हितों की सुरक्षा करना था। हमने पूरे प्रदेश के लोगों को अपना परिवार माना है। किसी धर्म, सम्प्रदाय, जाति, क्षेत्र आदि के भेदभाव के बिना हरियाणा एक-हरियाणवी एक के भाव से सब नागरिकों और सब क्षेत्रों का समान विकास हमारी प्राथमिकता रहा है। पिछले 9 वर्ष हरियाणा में सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसता, सहिष्णुता के साथ-साथ उन बदलावों के साक्षी रहे हैं, जिनसे हर आदमी का जीवन सरल, सुगम और सुरक्षित हुआ है। इसके लिए समदृष्टि के साथ-साथ पुराने पड़ चुके सिस्टम की उन अड़चनों को दूर करना जरूरी था, जो जनसेवा और जनता के बीच दीवार बनकर खड़ी हो चुकी थी।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी से लेकर लम्बे समय तक पूर्व की सरकारें गरीब कल्याण की बातें तो करती रहीं, लेकिन लाभ नहीं दिया। हमने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के दर्शन के अनुरूप प्रदेश के सभी परिवारों का पहचान पत्र बनाया, जिससे पात्र परिवारों की पहचान सुनिश्चित कर व्यवस्था का रुख सबसे गरीब की तरफ मोड़ा। हमने व्यवस्थाएं बदली। हमने ऐसे बदलाव किये हैं, जिनसे जनता का सरकार से सीधा संपर्क हो गया है। पहले सिस्टम की असफलता का सबसे बड़ा कारण उसका पारदर्शी न होना था। हमने हर सरकारी योजना और कार्यक्रम को पारदर्शी करके 100 से अधिक पोर्टल व ऐप के माध्यम से आप सबके सामने प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी लोग बेशक पोर्टल पर सवाल उठाते हैं लेकिन इसी का परिणाम है कि आज घर बैठे गरीब की बेटी की शादी का शगुन, बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांगों की पेंशन, बीपीएल कार्ड, चिरायु कार्ड, विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति आदि लाभ एक क्लिक पर सीधे उनके खातों में जाते हैं। इस तरह हमने सरकार के खजाने को सीधे लाभार्थियों के खाते से जोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि अब बिचौलिया संस्कृति खत्म हो गई है और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। अब कोई भी व्यक्ति चाहे वह गरीब है, किसान है, व्यापारी है, महिला है, युवा है, आदि हर वर्ग की योजनाओं के मापदंडों और उनके लाभ को एक क्लिक पर देख सकता है।
वर्ष 2023 को मना रहे हैं अन्त्योदय आरोग्य वर्ष:-
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 को हम अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मना रहे हैं। इसमें गरीबों के मुफ्त ईलाज के लिए लगभग 85 लाख आयुष्मान भारत-चिरायु कार्ड घर बैठे ही बनाए गए हैं। निरोगी हरियाणा योजना में लगभग 25 लाख गरीबों के स्वास्थ्य की जांच की है। हर घर नल से जल कार्यक्रम में 13 लाख घरों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाया है। हमने गरीबों का जीवन-स्तर ऊपर उठाने के लिए अंत्योदय मेले लगाकर 50 हजार से अधिक गरीबों को स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान किए हैं। गरीबों के सिर पर छत उपलब्ध करवाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 36 हजार मकान बनाए गए हैं तथा 16 हजार मकान निर्माणाधीन हैं। हमने हर गरीब को राशन वितरण सुनिश्चित करने के लिए राशन डिपुओं पर पीओएस मशीनें लगवाई हैं। अब कोई भी व्यक्ति फर्जी तरीके से राशन प्राप्त नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि गरीबों का अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने का सपना साकार करने के लिए चिराग योजना चलाई गई है। उन्हें कई तरह की छात्रवृतियां भी दी जाती हैं। सरकारी नौकरियों में गरीब परिवारों के उम्मीदवारों को 5 अतिरिक्त अंक दिये जा रहे हैं। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के माध्यम से कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में भी गरीब परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। हमने समाज के हर कमजोर वर्ग की मदद की है। इसके लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन का दायरा बढ़ाया गया है। अब 40 साल से अधिक आयु के विधुर और 45 साल से अधिक आयु के अविवाहित भी 2750 रुपये मासिक पेंशन के पात्र हो गए हैं। हमने कृषि, उद्योग, व्यापार, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि हर क्षेत्र में भी ई-गवर्नेंस के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। जिस प्रकार, परिवार पहचान पत्र के डेटा से विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को घर बैठे ही मिल रहा है, उसी प्रकार, कृषि क्षेत्र में मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल बनाकर किसान को लाभ देने वाली अनेक योजनाओं को इससे जोड़ दिया है। फसल बिक्री की राशि, खराबे का मुआवजा, भावांतर भरपाई की राशि, मेरा पानी-मेरी विरासत, धान की सीधे ही बिजाई की प्रोत्साहन राशि आदि इस पोर्टल के माध्यम से सीधे ही किसान के खाते में जमा की जाती है। अब किसानों को जमीन की फर्द के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। यह उन्हें ऑनलाइन ही मिल जाती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जल संरक्षण और मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए कई प्रोत्साहक स्कीमें शुरू की हैं और जैविक खेती तथा फसल विविधिकरण को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा हम कृषि क्षेत्र में ड्रोन जैसी नई तकनीकें भी शामिल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था का मूल आधार हैं। हमने हरियाणा के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का एक इको-सिस्टम तैयार किया है। हमने प्रमाण पत्र, लाइसेंस और अनुमति देने में अड़चन पैदा करने वाले अनेक नियमों और प्रक्रियाओं को खत्म कर दिया है। आज हरियाणा में निवेशकों को 247 सेवाएं ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं और उन्हें सभी स्वीकृतियां निश्चित समय अवधि में देना सुनिश्चित किया गया है। आज हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा में व्यापारियों के जान व माल के नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री व्यापारी क्षतिपूर्ति बीमा योजना और मुख्यमंत्री व्यापारी सामूहिक निजी दुर्घटना बीमा योजना शुरू की हैं। प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मानधन योजना के तहत खुदरा विक्रेताओं और दुकानदारों के लिए मासिक पेंशन सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की क्षमताओं का पूर्ण उपयोग करने के लिए उन्हें वह शिक्षा प्रदान की जानी जरूरी है, जो उन्हें रोजगार ढूंढने वाला नहीं, बल्कि रोजगार प्रदाता बनाये। इसी सोच पर चलते हुए हमने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की है। हमने स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल के साथ जोड़ा है। हमने युवाओं के स्वाभिमान और उनकी योग्यता का सम्मान किया है। उन्होंने बताया कि 1 लाख 10 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं। आउटसोर्सिंग सेवाओं में युवाओं को ठेकेदारों के शोषण से बचाने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम बनाया है। विदेश में जाने के इच्छुक युवाओं के लिए ऑनलाइन पासपोर्ट सुविधा शुरू की है। नौकरी के लिए बार-बार आवेदन शुल्क देने से छुटकारा दिलाने के लिए एकल पंजीकरण सुविधा दी गई है। आज खेल जगत में हरियाणा का ऊंचा नाम है। हमारे युवा बड़ी उपलब्धियां प्राप्त कर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। हम उनके लिए अति आधुनिक खेल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहे हैं ताकि उन्हें वैश्विक मानकों के अनुसार खेल-प्रशिक्षण की सुविधा मिले। हम प्रतिभावान खिलाड़ी तराशने के लिए कैच दैम यंग की अवधारणा को अपना रहे हैं। इसके लिए जगह-जगह खेल नर्सरियां स्थापित की गई हैं। मेडल जीतने वाले खिलाडिय़ों को नकद पुरस्कार देने के साथ-साथ सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं। अवार्ड पाने वाले खिलाडिय़ों को मासिक मानदेय भी दिया जाता है।
महिलाओं को बनाया विकास में भागीदार:-
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव समाज के निर्माण और विकास में महिलाओं का बड़ा योगदान है। हम इस आधी आबादी का आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास करने व उन्हें सुरक्षित परिवेश मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने गांवों के विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया है। महिलाओं के लिए आजीविका के अवसर बढ़ाने के लिए एक-तिहाई राशन डिपो महिलाओं को देने का प्रावधान किया गया है। अटल किसान मजदूर कैंटीन व वीटा बिक्री केन्द्रों का संचालन भी महिलाओं को सौंपा गया है। स्वरोजगार के लिए महिलाओं के 56 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन भी किया गया है। बेटियों को उच्चतर शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के लिए हमने 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज स्थापित किया है। प्रदेश में 76 नए कॉलेज खोले गए हैं। इनमें आधे से अधिक लड़कियों के हैं। आज पोस्ट ग्रेजुएशन तक लड़कियों को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि प्रदेश के विकास का मार्ग गांवों की गलियों से होकर गुजरता है और गांवों के विकास में बिजली व इंटरनेट जैसी सुविधाओं का अहम योगदान है। इनके माध्यम से आज रोजगार व शिक्षा के अनेक अवसर घर बैठे उपलब्ध हो रहे हैं। इसलिए हम प्रदेश के 5700 से अधिक गांवों में 24 घंटे बिजली तथा 6 हजार से अधिक गांवों में ऑप्टिकल फाइबर केबल से इंटरनेट उपलब्ध करवा रहे हैं। हमने संपत्तियों के सालों चलने वाले विवादों को खत्म करने के लिए गांवों को लाल डोरा मुक्त कर दिया है। इसी प्रकार शहरों की सब संपत्तियों की भी प्रॉपर्टी आईडी बना कर संपत्तियों की खरीद-बेच में होने वाली धोखाधड़ी को समाप्त किया है। साथ ही संपत्ति के लिए ‘नो डयूज सर्टिफिकेट‘ को भी ऑनलाइन कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि हमने निर्वाचित प्रतिनिधियों, सरकार और ग्राम निवासियों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए ‘ग्राम दर्शन’ पोर्टल शुरू किया है। इस पर ग्रामीण अपनी ग्राम पंचायत से संबंधित मांग, सुझाव व शिकायत दे सकते हैं। विकास में पंचायती राज संस्थाओं की भागीदारी अधिकतम करने के लिए हमने उन्हें कई शक्तियां दी हैं। पंचायती राज संस्थाओं की वित्तीय स्थिति मजबूत करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में संपत्ति के मूल्य के 2 प्रतिशत के बराबर स्टाम्प शुल्क का अधिभार लगाया गया है। इससे एकत्रित राजस्व का एक प्रतिशत जिला परिषद व पंचायत समिति को तथा शेष एक प्रतिशत ग्राम पंचायतों को दिया जाता है। हमने विकास कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने, पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सोशल ऑडिट की अवधारणा को अपनाया है।
हिसार भी होगा मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी:-
उन्होंने बताया कि हमने शहरी स्थानीय निकायों की शक्तियों के विकेन्द्रीकरण के लिए भी कई कदम उठाए हैं। हमने मेयर का प्रत्यक्ष चुनाव करवाया है। शहरी स्थानीय निकायों की वित्तीय स्थिति मजबूत करने के लिए संपत्ति के पंजीकरण पर स्टाम्प शुल्क का दो प्रतिशत राजस्व इन्हें प्रदान किया गया है। हम प्रदेश के शहरों और कस्बों में आधारभूत संरचना सुदृढ़ बनाने पर विशेष बल दे रहे हैं। करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला के विकास के लिए मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन किया गया है, हिसार में भी यह अथोरिटी बनाएंगे। शहरों की हर संपत्ति की प्रॉपर्टी आई.डी. बनाई है।
उन्होंने प्रदेश के लोगों से अपनी महान सांस्कृतिक परम्पराओं और उच्च नैतिक मूल्यों पर चलते हुए सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक व साम्प्रदायिक भेदभावों को भुलाकर आपसी प्रेम-प्यार व भाईचारे को बनाए रखने का आह्वान किया।
इस अवसर पर समारोह में विभिन्न स्कूली बच्चों ने देश भक्ति के साथ साथ हरियाणवी, पंजाबी व देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तूति दी। मुख्य अतिथि ने समारोह के दौरान स्वतन्त्रता सेनानियों, शहीद परिवारों तथा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश व देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में भाग लेने वाले बच्चों के लिए पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के स्कूलों के लिए बुधवार को छुट्टी की भी घोषणा की। इसके अलावा प्रदेश स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में पुलिस जवान के कमांडो ने मोटर साइकिल पर हैरतअंगेज करतब भी दिखाए। वहीं दूसरी ओर पुलिस जवानों ने घुड़सवारी करते हुए अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
समारोह में हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला, एडीजीपी आलोक राय, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, एडीजीपी हिसार मंडल श्रीकांत जाघव, हिसार मंडलायुक्त गीता भारती, उपायुक्त मनदीप कौर, एसपी आस्था मोदी, सेशन जज डीआर चालिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व बड़ी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।