चंडीगढ़, 13 अक्तूबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति सस्ता एवं सही ईलाज लेने से महरूम न रहे। प्रदेश में ्ïसर्वे भवन्तु सुखिन : सर्वे सन्तु निरामया:’ के लक्ष्य के साथ प्रदेश के नागरिकों को निरोग रखने के लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं।
जीवनरक्षक साबित हो रही है ‘मुख्यमंत्री मुफ़्त ईलाज योजना’
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बताया कि वर्तमान सरकार गरीबों के दु:ख - दर्द को जानती है इसीलिए ‘मुख्यमंत्री मुफ्त ईलाज योजना’ शुरू की गई है। इस योजना के तहत 7 प्रकार की सेवाएं नामत: सर्जरी, प्रयोगशाला परीक्षण, निदान (एक्स-रे, ईसीजी और अल्ट्रासॉउन्ड सेवाएं) , ओपीडी /इनडोर सेवाएं, आवश्यक दवाएं, रेफऱल परिवहन और दन्त चिकित्सा उपचार नि:शुल्क प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पहले कई टेस्ट ऐसे होते थे जिनकी कीमत काफी होती थी और गरीब व्यक्ति को आर्थिक बोझ महसूस होता था। उनकी इसी पीड़ा को समझते हुए सरकार ने उक्त सातों सेवाएं फ्री करने का निर्णय लिया है।
निरोगी हरियाणा योजना का लक्ष्य है गरीबों का उत्तम स्वास्थ्य
मुख्यमंत्री के अनुसार निरोगी हरियाणा योजना भी अंत्योदय अभियान का ही एक हिस्सा है। गरीब की आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक स्थिति में सुधार के अलावा उसके उत्तम स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना भी एक हमारा लक्ष्य है, इसीलिए गत वर्ष 29 नवम्बर, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदेश में निरोगी हरियाणा योजना का शुभारम्भ किया गया। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश की सम्पूर्ण जनसंख्या की 2 साल में कम से कम एक बार सम्पूर्ण स्वास्थ्य जांच करना है। इसके प्रथम चरण में 1 लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले 30 लाख 60 हजार अंत्योदय परिवारों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इन परिवारों में कुल 1 करोड़ 21 लाख 54 हजार सदस्य हैं। इन सबके स्वास्थ्य की जांच के लिए अभियान चलाया जा रहा है। निरोगी हरियाणा योजना में 25 से अधिक मानकों पर वार्षिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही है।
86 लाख लोगों के बन चुके आयुष्मान भारत - चिरायु कार्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसे की कमी के कारण ईलाज न करवाने की गरीब लोगों की पीड़ा को समझते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब परिवारों के उपचार के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना शुरू की है। हरियाणा सरकार ने भी इसका विस्तार करते हुए चिरायु हरियाणा योजना को आरंभ किया है। इसमें 1 लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को 5 लाख रुपये वार्षिक का स्वास्थ्य कवर मिल रहा है। अब इसमें 3 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवार भी शामिल किया गया है। इस योजना में प्रदेश के लगभग 29 लाख अंत्योदय परिवारों को कवर किये जाने का लक्ष्य है। इस योजना के तहत लगभग 86 लाख लोगों के आयुष्मान भारत - चिरायु कार्ड बन चुके हैं।
कैंसर के रोगियों को प्रदेश में मिल रहा किफ़ायती उपचार
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने लोगों को उन्नत कैंसर देखभाल सुविधाएं प्रदान करके राज्य में कैंसर जैसी घातक बीमारी से निपटने के लिए भी दरवाजे खोल दिए हैं। जरूरतमंद रोगियों को किफायती उपचार प्रदान करने के लिए एक ही छत के नीचे व्यापक कैंसर देखभाल सुविधाएं उपलब्धम करवाने के लिए हरियाणा सरकार ने सिविल अस्पताल अंबाला कैंट में अटल कैंसर तृतीयक देखभाल केंद्र (्रष्टञ्जष्टष्ट) की स्थापना की है। सिविल अस्पताल, अंबाला कैंट में तृतीयक देखभाल केंद्र की स्थापना से कैंसर उपचार सुविधाएं मजबूत होंगी और हरियाणा और पड़ोसी राज्यों के कैंसर रोगियों को सुलभ, किफायती और व्यापक उपचार सुविधा सुनिश्चित हो पाएगी।
हरियाणा में कैंसर के निदान के लिए प्रयोगशालाओं को मजबूत किया गया है और जिला नागरिक अस्पतालों में फाइन नीडल एस्पिरेशन साइटोलॉजी (एफएनएसी), पैप स्मीयर, फ्लूइड साइटोलॉजी, बायोप्सी आदि का प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके अलावा, कैंसर रोगियों को उपचार और फॉलो-अप के लिए संस्थानों में जाने के लिए हरियाणा रोडवेज की साधारण बसों में 1 परिचारक के साथ मुफ्त यात्रा सुविधा (स्नञ्जस्न) प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को निरोग रखने की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है। हरियाणा का हर परिवार उनका अपना परिवार है और वे हरेक नागरिक को अपना पारिवारिक सदस्य मानते हैं। ऐसे में प्रदेश का मुखिया होने के नाते सभी के स्वास्थ्य का ख्याल रखना उनका फर्ज़ एवं कर्तव्य है।