गुरूवार, October 11, 2018
  • चण्डीगढ़, 11 अक्टूबर -  गुरुग्राम में वल्र्ड यूनियन आफ  होलसेल मार्केट काफं्रेस (व्योम)  के पहले दिन के तीसरे सत्र में अंतर बाजार व अंतराल बाजार के एकीकरण पर यूरोपीय देशों के विशेषज्ञों ने विस्तार से अपने विचार सांझा किए। सेंट्रल मार्केट एंड फिशरीज आग्रेनाईजेशन (ग्रीस) के सीईओ आई ट्राईटेंफि लिश ने बताया कि इटली की रोम में 1922, जर्मनी में अस्सी के दशक और फ्रांस व स्पेन की होलसेल मार्केट ने बाजार की मांग के अनुसार अपने को बदलते हुए दुनिया में अग्रणी स्थान बनाया है। विशेषज्ञ एक बात पर सहमति जताते नजर आए कि बाजार एकीकरण के लिए ई-कामर्स व डिजिटलाईजेशन अहम है । साथ ही संबंधित देशों के होलसेल मार्केट को सर्वमान्य लीगल फ्रेमवर्क को अपनाना होगा।
  • आई ट्राईटेफि लिश ने कहा कि यूरोप की होलसेल मार्के ट ने उत्पाद की गुणवता और बाजार भाव को सफलता का आधार बनाते हुए घरेलू खपत के साथ-साथ निर्यात  पर विशेष फोकस किया। यूरोपीय मार्के ट के सामने स त  फूड सेफ्टी कानून, गुणवता प्रंबधन, फंडिंग जैसी समस्याएं भी आई, लेकिन बेहतर प्रबंधन और बाजार की मांग के अुनसार अपने प्रोडक्ट की गुणवता बरकरार रखते हुए अपना विस्तार किया।
  • स्पेन के  रिर्काडो ओपेज, चीन की यू मेंगक्यू, फ्रांस से मार्क स्पीलेरियन सहित अमेरिकन व ग्रीस के वक्ताओं ने बाजार व फू ड होलसेल मार्केट के सामने आ रही नई-नई चुनौतियों के बारे में विस्तार से अपने-अपने देशों के अनुभव सांझा किए। डैन कारमोडी ने फुड होलसेल मार्केट के उत्थान में ई बाजार और डिजिटलाईजन के महत्व के बारे विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि ई-बाजार से उपभोक्ताओं को काफी फायदा मिला है।
  •  फू ड टे्रडर्स व होल सेलर्स के लिए बाजार की मांग को समझना और आसान हो गया है। उन्होंने कहा कि अलीबाबा व अमेजॉन जैसी ई-कामर्स कंपनियां बी टू सी यानि बिजनेस टू क नज्यूमर मॉडल को अपनाते हुए होलसेल मार्केट में नये आयाम स्थापित कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया भर में ई कामर्स और फू ड की गुणवता बढऩे से ईटिंग हैबिट भी बदल  रही हैं। सब्जी समूह शंघाई के अध्यक्ष मेंगक्यू ने चीन की होल सेल मार्के ट के बारे में जानकारी सांझा की। विशेषज्ञों ने माना कि भारत एक बड़ी मार्केट है तथा यहां भी तेजी से नई तकनीक सृजित हो रही है, जिस कारण भारत दु़निया की मार्केट में अपने उत्पादों की  गुणवता के दम पर अहम दस्तक दे रहा है।
  • चण्डीगढ़, 11 अक्तूबर - हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में फसल अवशेषों को जलाने से रोकने के लिए किए गये ठोस प्रयासों से धान के चालू मौसम में पराली जलाए जाने के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। राज्य में 10 अक्तूबर, 2018 तक 4 लाख एक हजार हैक्टेयर क्षेत्र में धान की कटाई हो चुकी है। इसमें से केवल 735 हैक्टेयर क्षेत्र में 459 स्थानों पर पराली जलाए जाने के मामले प्रकाश में आए हैं। यह कुल क्षेत्र का एक प्रतिशत से भी कम है।
  • यह जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि प्रदेश में राज्य की विभिन्न मंडियों में अब तक 20 लाख टन धान की आवक हुई है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 13 लाख हैक्टेयर क्षेत्र पर धान की बुआई की गई है जिसमें से अधिकतर क्षेत्र जिला करनाल, कैथल, जींद, कुरुक्षेत्र और फतेहाबाद में आता है।
  • उन्होंने बताया कि पराली न जलाने के लिए सरकार की विभिन्न एजेंसियों ने व्यापक सूचना एवं शिक्षा अभियान चलाया है। इसके फलस्वरूप ये सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। इस अभियान में उपायुक्तों, उप-मंडल अधिकारियों और अन्य अधिकारियों ने गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक व प्रेरित किया। उन्होंने किसानों को खेत में ही फसल अवशेष प्रबन्धन मशीनरी और उपकरणों की खरीद के लिए सरकार द्वारा दी जा रही वित्तीय सहायता की जानकारी भी दी। उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि सरकार के इन प्रयासों के फलस्वरूप जल्द ही पराली जलाए जाने के मामले हरियाणा में पूरी तरह से समाप्त हो जाएंगे।
  • सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने इस वित्त वर्ष के दौरान किसानों को कृषि इनपुट्स की खरीद के लिए 98 करोड़ रुपये की राशि सब्सिडी के रूप में प्रदान की है। प्रदेश में 857 कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित किए गए हैं और 2867 किसानों को कृषि इनपुट्स की खरीद पर सब्सिडी दी गई है।
  • प्रवक्ता ने बताया कि इसके अतिरिक्त, सरकार ने ‘खेत में ही फसल अवशेष प्रबंधन के लिए मशीनीकरण को बढ़ावा देने हेतु फसल अवशेष प्रबंधन पर नई केन्द्रीय योजना’ के तहत राज्य व जिला स्तरीय निगरानी समितियों का गठन किया है। इस योजना के संचालन के लिए यह समिति नोडल एवं अन्य संबंधित विभागों के साथ नियमित बैठकों का आयोजन करके योजना के क्रियान्वयन की देखरेख कर रही है।
  • चण्डीगढ़, 11 अक्टूबर - किसानों की आय दोगुणा करने के लिए उन्हे उनके फसल उत्पाद के बेहतर दाम मिलें, यह भारत सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। भारत सरकार ने किसानों को लागत मूल्य से डेढ़ गुणा भाव देने, किसानों को अपनी बेहतर भाव लेने के लिए ई-नैशनल एग्रीकल्चर मार्केट (ई-नैम) प्लेट फार्म उपलब्ध करवाने जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए हैं।
  • गुरूग्राम में आयोजित वर्ल्ड यूनियन ऑफ होलसेल मार्केट कॉंफ्रेंस को संबोधित करते हुए सीईओ नेशनल रेनफैए एरिया अथोरिटी (एनआरएए) एवं किसानों की आय दोगुणा करने की  कमेटी के चेयरमैन भारत सरकार  डॉ अशोक दलवई ने यह बात कही।
  • डॉ दलवई ने कहा कि दो वर्ष पहले भारत में किसानों को अपना उत्पाद सीधा बेचने के लिए  ई-नैम योजना शुरू की गई थी । दो वर्ष में ई-नैम योजना  उम्मीद से अधिक सफल रही है। ई-नैम प्लेटफार्म पर अब 50 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार हो चुका है। ई-नैम प्लेट फार्म पर देश के 20 राज्यों के एक करोड़ 19 लाख किसान, एक लाख 18 हजार टेड्रर्स, 66 हजार से ज्यादा कमीशन एजेंट और 383 फार्मर प्रोड्यूज ओरगेनाइजेशन (एफपीओ) जुड़ चुके है। डॉ दलवई ने कहा कि ई-नैम प्लेट फार्म पर 585 मंडी और 90 कोमोडिटिज पंजीकृत हो चुकी है।
  • डॉ दलवई ने हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ के प्रयासों की प्रंशसा करते हुए कहा कि हरियाणा की 54 मंडिया ई-नैम से जुड़ चुकी हैं। उन्होंने व्योम कांफे्रंस में विश्व भर से पंहुचे प्रतिनिधियों को बताया कि ई-नैम प्लेटफार्म के स्थापति होने से सिंगल प्वाइंट लेवी मार्केट फीस, ई-टृडिंग और यूनिफाइड लाईसेंस प्रचलन में आया, जो सभी मंडियों में वैध है। डॉ दलवई ने कहा कि भारत सरकार का  ई-नैम प्लेट फार्म व्यवस्था को सुड्टृढ़ करने के लिए  ढ़ांचागत विकास पर विशेष फोकस है।
  • कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में सीईओ डॉ पवनेक्ष कोहली ने विश्वस्तरीय कॉफें्रस को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में कोल्ड स्टोरेज व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए नियमों का सरलीकरण करने के साथ साथ अनुदान देने की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि फल, सब्जी, अनाज का वेस्टेज  रोकने व विश्व मार्केट  तक पंहुचने के लिए अच्छी कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था होना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज के साथ, पेकै जिंग, लेबलिंग व परिवहन व्यवस्था में भी सुधार किया जा रहा है।
  • डॉ पवनेक्ष ने कहा कि ई-नैम प्लेटफार्म का  बेहतर उपयोग करते हुए हरियाणा के किसान अमेरिकन कपास, जौ, बाजरा, चावल, मूंग,गेंहू, आलू गुड़ जैसे उत्पाद मार्केट रेट से अधिक मूल्यों पर बेचने में सफल हुए हैं।  सत्र के समापन पर लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विश्वविधालय हिसार के कुलपति डॉ गुरदयाल सिंह ने भारत सरकार  के अधिकारियों को स्मृति चिहन देकर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि विश्व स्तरीय  व्योम कांफे्रस का शुभारंभ कें्रदीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरूषोतम रूपाला ने किया  जबकि हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम धनखड़ ने काफ्रेंस की अध्यक्षता की।
  • चण्डीगढ़, 11 अक्टूबर - सोशल मीडिया व ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में विश्व के लोगों की फूड हैबिट्स में तेजी से बदलाव हो रहा है। ऐसे में मांग के अनुरूप खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए जरूरी है कि पूरे विश्व को एक प्लेटफार्म पर लाया जाए। वर्ल्ड यूनियन आफ होलसेल मार्केट (व्योम) इस जरूरत को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगी।
  • यह विचार नेशनल काऊंसिल आफ स्टेट एग्रीक्लचरल मार्किटिंग बोर्ड (सीओएसएएमबी इंडिया) के प्रबंध निदेशक डा.जे.एस.यादव ने आज बाजार सुधार - पिछले अनुभव एवं भविष्य की चुनौतियों  विषय पर गुरुग्राम में आयोजित सांयकालीन सत्र में रखे। इस सत्र में मैक्सिको से सीईओ रमिरो कैवेजो, स्पेन से सीईओ जे.तेजेडो, इटली से सीईओ एफ.एम.पैलोटिनी व रूई पोलियो फिगरेडो ने भी इस विषय को लेकर अपने विचार रखे। लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डा.गुरदयाल सिंह ने वक्ताओं का स्वागत किया।
  • डा.जे.एस.यादव ने पिछले एक दशक में विश्व में मार्केट के रूझान को देखते हुए कहा कि यह जरूरी है कि हम भी इन चुनौतियों का सामना करने के लिए अभी से तैयार हो। उन्होंने कहा कि चीन और जापान की तरह बड़ी मंडियों, कोल्ड स्टोरेज व ढांचागत सुविधाएं तैयार करनी होंगी। ई-मार्केट व डिजिटल प्लेटफार्म पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है तभी हम बाजार सुधार की दिशा में चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पैकेजिंग व लैबलिंग में बहुत काम करने की आवश्यकता है और इस प्रकार के आयोजन सुधार की दिशा में निश्चित तौर पर सफलतम कदम है। उन्होंने कहा कि डिजीटल के युग में इंटरनेट व सर्कुलेशन का एक्शन प्लान बनाना होगा ताकि किसान व उपभोक्ताओं की दूरी मिटे।
  • चंडीगढ़, 11 अक्टूबर- हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि हरियाणा के स्कूल शिक्षा विभाग में सभी पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
  • श्री शर्मा ने आज यह जानकारी उनसे मिलने आए ‘हरियाणा शिक्षा विभाग कर्मचारी तालमेल कमेटी’के पदाधिकारियों से वार्ता के दौरान दी। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खंडेलवाल,मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक श्री राजनारायण कौशिक भी उपस्थित थे।
  • शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के प्रति गंभीर है और उनकी मांगों को प्रमुखता से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के करीब 2,000 पदों पर पदोन्नति की गई है और बाकी पदों पर भी कर्मचारियों की पदोन्नति करने के विभाग को निर्देश दिए हुए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले चार सालों के दौरान शिक्षा विभाग में लंबित करीब 9,000 कर्मचारियों की एसीपी को जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने एक भी अतिथि अध्यापक को उनके पद से नहीं हटाया गया है, बल्कि उनके वेतनमान में बढ़ौतरी की गई है।
  • इस अवसर पर शिक्षा मंत्री से मिलने आए ‘हरियाणा शिक्षा विभाग कर्मचारी तालमेल कमेटी’ के पदाधिकारियों में राज्य संयोजक सतीश सेठी,सर्व कमचारी संघ के राज्य प्रधान धर्मवीर फौगाट,हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ से प्रभु सिंह, जगरोशन, वजीर सिंह, हेमसा संगठन से संदीप सांगवान, कमलजीत, शर्मिला तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन से दलेल सिंह राणा, ऋषिपाल समेत अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
  • चण्डीगढ़, 11 अक्तूबर - वल्र्ड यूनियन ऑफ होलसेल मॉर्केट (व्योम) के निदेशक डा. जे एस यादव ने कहा कि एकीकृत विश्व बाजार, प्रणाली और उपायों को सूचना प्रौ़द्योगिकी के बिना संभव नहीं किया जा सकता है।
  • डा. यादव यहां गुरूग्राम में वल्र्ड यूनियन ऑफ होलसेल मॉर्केट (व्योम) की आयोजित की जा रही कान्फे्रंस में बाजार सुधार: अनुभव और भविष्य की चुनौतियों पर आयोजित सत्र में देश-विदेश से आए हुए प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
  • उन्होंने कहा कि अंतर-बाजार, अंतर-राज्जीय बाजार और अंर्तदेशीय बाजार की परिकल्पना में सूचना प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका है क्योंकि आधुनिक बाजार की परिकल्पना को साकार करने के लिए आनलाईन निरीक्षण व जांच, ऑनलाईन इंनवेंटरी और ऑनलाईन निगरानी अति आवश्यक है और यही एक रास्ता है।
  • मैक्सिको के कनाका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रामिरो कवाजोस ने कहा कि उनके देश में आयात-निर्यात पर ज्यादा किया जाता है और स्वच्छता के मुदों पर बहुत ध्यान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि उनके देश में 65 छोटी-बडी सप्लाई करने वाली मार्किट है जो पूरे मैक्सिको को कवर करते है। उन्होंने कहा कि उनके देश में अंगूर, कीवी, सेब इत्यादि का आयात किया जाता है और पनीर, मांस इत्यादि उत्पादों का निर्यात किया जाता है। इसी प्रकार, 65 प्रतिशत एग्रो फिशरीज की सप्लाई भी की जाती है।
  • इटली सीएआर एससीपीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एफ एम पालोतिनी ने कहा कि कृषि बाजार में आर्थिक संपर्क अति आवश्यक है और इन संपर्कों के बिना कोई भी बाजार आगे वृद्धि नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमें किसानों और उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए संस्थागत तरीके से आगे बढना होगा।
  • स्पेन के मरकबराना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री जे तेजेडो ने कहा कि होलेसेल मार्किट को डिजीटलीकरण के साथ-साथ आईटी को अपनाना होगा क्योंकि हम अगर अभी हाल ही के अनुभवों को देखें तो बडी-बडी नोकिया जैसी कंपनियां बिना डिजीटलीकरण के कारण ध्वस्त हो गई। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार के पिछले कुछ सालों में माइक्रोसाफट, एप्पल और अमेजन जैसी कंपनियों ने ऑनलाईन और डिलीटलीकरण को अपना कर बाजार पर कब्जा किया है और वल्र्ड लीडर बनी है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमें  आर्टिफिशियल इंटलीजेंस प्रणाली को अपनाना होगा ताकि त्रुटियों का हल अपने आप ही निकल जाए।
  • उन्होंने कहा कि अपने हमें बाजारों के संचालनकर्ताओं को भविष्य में आने वाली चुनौतियों के अनुरूप तैयार करना होगा ताकि आने वाली चुनौतियों से आसानी से निपटा जा सके। उन्होंने उदाहरण देते हुए कि खतरनाक कार्य स्थलों पर चालकरहित वाहनों को प्रयोग करके हम बुद्धिमानी से काम कर सकते हैं क्योंकि 90 प्रतिशत मृत्यु मानव की गलतियों के कारण होती है इसलिए हमें स्मार्ट सिटी जैसी परिकल्पना में स्मार्ट बाजारों की आवश्यकता है।
  • इस मौके पर दक्षिण अफ्रीका के जोहनसवर्ग मार्किट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भी अपने विचार सांझे किए।
  • चण्डीगढ, 11 अक्तूबर  - तिब्बतियों और भारतीयों के बीच हजारों सालों से मैत्रिता, सह-अस्तित्व और सांस्कृतिक आदान-प्रदान रहा है। देश और प्रदेश की सरकारों की अब भी यही मन्सा है कि यह भविष्य में भी जारी रहे ताकि भारतीय और तिब्बती लोगों के सभी प्रकार के सम्बन्ध और गहरे हो।
  • यह बात हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने आज यहां तिब्बती पार्लियामेंट इन एग्जाईल के चार सदस्यीय सांसद प्रतिनिधि मण्डल से बात करते हुए कही। उन्होने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तरह वे चाहते हैं कि हरियाणा प्रदेश के साथ भी तिब्बती लोगों के साथ सम्बन्ध और मजबूत हो। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि मंडल ने उन्हे ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन के सम्बन्ध में श्री आर्य ने कहा कि उनका ज्ञापन केन्द्र सरकार को भेंजा जाएगा, क्योंकि यह मामला केन्द्र सरकार के क्षेत्राधिकार का है।
  • सांसद प्रतिनिधि मण्डल द्वारा तिब्बतन पार्लियामेंट की तरफ सौंपे गए पांच बिन्दुओं वाले ज्ञापन में कहा गया है कि परमपावन दलाई लामा और चीनी सरकार के दूतों के बीच बातचीत फिर से शुरू करने को समर्थन देने का रास्ता निकालना चाहिए। दूसरा तिब्बत का प्राकृतिक पर्यावरण बचाने के लिए चीनी सरकार को राजी करने के प्रयास के तहत चर्चा करनी चाहिए। तीसरा परमपावन दलाई लामा को तिब्बत में आमंत्रित किया जाए और तिब्बत में स्वाधीनता कायम की जानी चाहिए। चौथे बिन्दु में उन्होने कहा कि चीन की सरकार धर्म पर सख्त नियंत्रण बना रही है, जिससे तिब्बती भाषा विरासत और सांस्कृति को नुकसान हुआ है। इसलिए इन मसलों को चीन सरकार के सामने उठाया जाए। पांचवे और अंतिम बिन्दु में उन्होने कहा कि भारतीय संसद, राज्य विधानसभाओं में प्रस्ताव पारित करें कि तिब्बत से जुडे़ कार्यक्रम और अभियान शुरू किए जाएं।
  • प्रतिनिधि मण्डल का नेतृत्व कर रहे सांसद दावा जेरिंग ने बताया कि भारत की केन्द्र सरकार तिब्बत की जनता के लिए शैक्षिणक सुविधाएं जुटाने के साथ-साथ प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से वित्तीय सहायता भी दे रही है, जिससे लोगो के रहन-सहन का स्तर बढ़ा है। इसके साथ-साथ भारत के कई राज्यों में कई स्थानों पर तिब्बती बस्तियों, स्कूलों, मठो, तिब्बती चिकित्सा, एलोपैथिक चिकित्सालय स्थापित करने भी सुविधा दी है। उन्होने केन्द्र व राज्य सरकारों के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि दोनो सरकारों ने विशिष्ट धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के पुनरूत्थान, संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए तिब्बती जनता के लिए काम किया है।
  • पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के तहत आज राज्यपाल श्री आर्य से मोतीलाल नेहरू, स्पोर्ट्स स्कूल राई के निदेशक एवं प्रिंसिपल कर्नल आर.एस. बिश्नोई, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रो0 एस.के.चहल तथा पटियाला से आये श्री जसवन्त सिंह पूरी ने भी मुलाकात की श्री पूरी ने राज्यपाल श्री आर्य को अपने द्वारा लिखित ‘राईस एण्ड डिकलाईन ऑफ द मुगल एंपायर’ नामक किताब भी भेंट की।
  • चण्डीगढ़, 11 अक्तूबर - हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड ने विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को हरियाणा में आकर कृषि क्षेत्र में काम करने का न्यौता दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार और विभाग कृषि क्षेत्र में निवेश के लिए हर तरह का सहयोग करेगी।
  • कृषि मंत्री आज गुरुग्राम के वेस्टिन होटल में आयोजित 32वीं वल्र्ड यूनियन ऑफ हॉलसेल मार्केट कांफ्रेंस में नई तकनीक, आधुनिकीकरण एवं मार्केट नेटवर्किंग विषय को लेकर आयोजित विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों के सेमीनार में बोल रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि अब ग्लोबल विलेज कांसेप्ट आ गया है। ऐसे में सभी देशों को एक दूसरे के अनुभव सांझे करते हुए कृषि क्षेत्र को आगे बढऩे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पांच राष्ट्रीय राजमार्ग हरियाणा से निकलते हैं और इस दृष्टि से कृषि क्षेत्र में निवेश की दृष्टि से हरियाणा बेहतरीन जगह है। इसलिए सभी देश व्यापार की दृष्टि से भी हरियाणा को चुन रहे हैं। हरियाणा में निवेशकों और उत्पादकों को नई दिल्ली और चंडीगढ़ के दो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों का लाभ भी मिलता है। हरियाणा के किसान अब मार्डन हो चले हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में हरियाणा में निवेश करने वाले देशों को प्रदेश सरकार और कृषि विभाग बेहतर सहयोग को तत्पर है।
  • उन्होंने कहा कि हरियाणा में कृषि क्षेत्र से संबंधित तीन विश्वविद्यालय हैं। करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय खोला जा रहा है। हिसार में एशिया का सबसे बड़ा  कृषि विश्वविद्यालय और पशुपालन विश्वविद्यालय है। उन्होंने कहा कि हरियाणा अब कृषि क्षेत्र में आधुनिक विचार और तकनीक के साथ आगे बढ़ रहा है। ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में हरियाणा देश में तीसरे और उत्तर भारत में पहले नंबर पर है। उन्होंने कहा कि आज का समय सभी देशों को एक साथ मिलकर अपने अनुभव सांझा करते हुए काम करने का है। उन्हें विश्वास है कि ऐसे कार्यक्रमों से न केवल कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि दुनिया के देश एक दूसरे से सीखकर खाद्य सुरक्षा और ताजा उत्पादकों के मामले में भी आगे बढ़ेंगे।
  • सेमीनार में टयूनेशिया दूतावास के बौजडारिया जामेल ने कहा कि हरियाणा फल और सब्जी सहित कृषि क्षेत्र में जाना माना नाम है। कई ऐसे क्षेत्र और उत्पाद हैं, जिनकों लेकर टयूनिशिया और हरियाणा काम कर सकते हैं। उन्होंने चावल, गेंहू और चीनी का हरियाणा से आयात करने की ईच्छा जाहिर की। उन्होंने टयूनेशिया में ऑरगेनिक फार्मिंग के क्षेत्र में अपने गए तकनीकों सहित अन्य जानकारियां भी दी।
  •  फ्रांस दूतावास की फ्रनकुश मोरीन ने अपने प्रजेंटेशन में बताया कि फल व सब्जी के क्षेत्र में फ्रांस कैसे एक उत्पादक से लेकर उपभोक्ता तक ताजा उत्पाद पहुंचाया जाता है। उन्होंने बताया कि फ्रांस में फलों के लगभग 27500 और सब्जी के लगभग 30800 फार्म हैं। इन फार्मों से खरीददार सीधे उत्पाद खरीदतें हैं। सेमीनार में आस्टे्रलिया दूतावास के एनीरबन डेब ने बताया कि उनके देश में खाद्य सुरक्षा को लेकर किस प्रकार से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आस्ट्रेलिया और हरियाणा का मौसम लगभग एक जैसा ही है। आस्टे्रलिया में बहुत कम क्षेत्र में बागवानी होती है और चुनिंदा फल ही उगाए जाते हैं। ऐसे में आस्टे्रलिया जरूरत के हिसाब से फलों का आयात और निर्यात करता है। 
  • सेमीनार में हरियाणा राज्य औधोगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम के मनोज कुमार ने प्रदेश में औधोगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और बताया कि प्रदेश में एकल सुविधा केन्द्र की स्थापना की गई है, जिसके माध्यम से निवेशक सिंगल विंडो पर औधोगिक विभाग से जुड़ी सारी सेवाएं उपलब्ध कर सकते हैं।
  • सेमीनार में हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधु, कृषि विभाग के निदेशक श्री डी के बेहरा, कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक श्री हरदीप सिंह व डॉ. आर एस ढिल्लो, मार्केटिंग बोर्ड की चेयरपर्सन श्रीमती कृष्णा गहलावत सहित इथोपिया, दक्षिण  अफ्रीका, स्पेन व इटली आदि देशों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
  • चंडीगढ़, 11 अक्तूबर - श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने बीएएमएस, बीएचएमएस तथा डी-फार्मा की दाखिला एवं कांऊसलिंग प्रक्रिया शुरू होने के कारण विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालयों के सभी शिक्षण तथा गैर शिक्षण स्टॉफ की छुट्टिïयां 31 अक्तूबर तक रद्द कर दी हैं ताकि दाखिले के लिए आने वाले अभिभावकों तथा उम्मीदवारों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़ें।
  • इस संबंध में जानकारी देते हुए कुलसचिव डॉ. कृष्ण जटियान ने बताया कि यह आदेश महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालय के कर्मचारियों पर 31 अक्तूबर या दाखिला प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान किसी भी प्राध्यापक, अधिकारी एवं कर्मचारी को आकस्मिक अवकाश एवं स्टेशन छोडऩे की अनुमति नही होगी।
  • कुलसचिव ने बताया कि बीएएमएस एवं बीएचएमएस पाठयक्रमों हेतु 11 से 15 अक्तूबर तक वेबसाईट www.skau.in तथा वेबपोर्टल लिंक hrybamsadmissions.in पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा प्रारम्भ कर दी गई  हैं। इनकी मैरिट सूची 17 अक्तूबर तथा पहले व द्वितीय चरण की कांऊसलिंग 19 व 20 अक्तूबर को होगी। इसके अलावा राजकीय श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल में डी-फॉर्मा के नियमित कोर्स में दाखिला के लिए 23 अक्तूबर तक आवेदन कर सकते हैं, जिनकी काउंसलिंग एवं साक्षात्कार 30 अक्तूबर तक होंगे। डी-फॉर्मा पाठ्यक्रम के लिए विवरणिका विश्वविद्यालय परिसर से व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर या डाक द्वारा प्राप्त कर सकते हैं।
  • उन्होंने बताया कि श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के अन्तर्गत पहली बार प्रदेश के 13 महाविद्यालयों में दाखिला प्रक्रिया शुरू की गई है। इनके लिए राष्टï्रीय योग्यता प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) क्वालीफाईड उम्मीदवार आवदेन कर सकते हैं। इनमें श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय, कुरूक्षेत्र, नेशनल कॉलेज ऑफ आयुर्वेद बरवाला, गंगापुत्रा आयुर्वेद कॉलेज जीन्द, गौड़ ब्राहमण आयुर्वेद कॉलेज रोहतक, एमएलआर आयुर्वेद कॉलेज चरखीदादरी, देवीलाल आयुर्वेद कॉलेज जगाधरी, आयुज्योति आयुर्वेद कॉलेज सिरसा, एलबीएसएम आयुर्वेद कॉलेज यमुनानगर, एमएसएम आयुर्वेद संस्थान बीपीएस खानपुरकलां, जेआरके होम्योपैथिक कॉलेज रोहतक, बाबा मस्तनाथ आयुर्वेदिक महाविद्यालय अस्थलबोहर, फैक्लटी ऑफ इंडियन मेडिकल सिस्टम, चंदुबुधेड़ा गुरूग्राम तथा धनवंतरी आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं अस्पताल चंडीगढ शामिल हैं।
  • चंडीगढ़, 11 अक्तूबर- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में फॉर्मा कम्पनियों तथा डॉक्टर्स की कथित सांठगांठ को तोडने के लिए गत 4 वर्षों के दौरान विदेशी दौरे करने वाले चिकित्सकों की जांच करवाई जाएगी।
  • श्री विज ने कहा कि इस प्रकार की घटना में शामिल पीजीआईएमएस रोहतक के निदेशक डॉ. नित्यानंद को पहले ही निलम्बित कर दिया गया है। नित्यानंद और एक निजी फॉर्मा कम्पनी की सामने आई मिलीभगत की बात सामने आने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि ऐसे मामलों में संलिप्त पाई जाने वाली कम्पनियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग को उचित कार्रवाई के लिए लिखा गया हैं।
  • स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हर वर्ष प्रदेश के दर्जनों चिकित्सक विदेशों की यात्रा करके आते हैं, जिसके कारण यह संदेह पैदा होना स्वाभाविक है। इसलिए ऐसे डॉक्टर्स के खातों की जांच करवाई जाएगी कि वे अपने खर्च पर विदेश यात्रा पर गए थे या उन्हें किसी कम्पनी या व्यक्ति द्वारा प्रायोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति या फॉर्मा कम्पनी डॉक्टर्स को ऐसी घटना में शामिल पाई जाती है तो वह समान रूप से भ्रष्टïाचार की दोषी होती है, जिनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
  • चंडीगढ़, 11 अक्तूबर - हरियाणा सरकार ने पहली जुलाई, 2018 से अपने पेंशनर्स व पारिवारिक पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत में 2 प्रतिशत की वृद्घि करने की घोषणा की है। केन्द्र सरकार की तर्ज पर यह वृद्धि किए जाने से महंगाई भत्ते की दर सात प्रतिशत से बढक़र नौ प्रतिशत हो गई है। 
  • वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि इससे वित्त वर्ष 2018-19 (पहली जुलाई, 2018 से फरवरी, 2019) के दौरान सरकारी खजाने पर 92.64 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा।
  • चंडीगढ़, 11 अक्तूबर - जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद ने अकादमिक वर्ष 2018-19 के लिए ‘विश्वविद्यालय कार्यकारी विद्यार्थी परिषद्’ के गठन के लिए छात्र चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया है तथा छात्र चुनाव के सुचारू संचालन के लिए डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. नरेश चौहान को विश्वविद्यालय चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है। विश्वविद्यालय में छात्र चुनाव 17 अक्तूबर, 2018 को होंगे।
  • विश्वविद्यालय ने आज अपनी कार्यकारी की बैठक में छात्र चुनाव करवाने के लिए गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिशों को अनुमोदित किया। उल्लेखनीय है कि हरियाणा के महाविद्यालयों व विश्वविद्यालय में 22 वर्षों के अंतराल के बाद छात्र चुनाव आयोजित किये जा रहे है। छात्र चुनाव को शांतिपूर्ण, पारदर्शी, स्वतंत्र व निष्पक्ष करवाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सभी तरह के प्रबंध किये जा रहे है।
  • विश्वविद्यालय में पहले विद्यार्थी परिषद् चुनाव के लिए विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि छात्र चुनाव विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ संरचित साझेदारी में विश्वविद्यालय की प्रगति व अकादमिक विकास के लिए काम करने का अवसर प्रदान करते है। यह विद्यार्थियों को परस्पर विचारों को लेकर चर्चा, बहस व संवाद का अवसर प्रदान करते है, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है। उन्होंने विद्यार्थियों से चुनावों को सक्रिय भागीदारी तथा चुनाव आचरण व निर्देशों का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों से चुनाव के दौरान परिसर में शांति व अकादमिक माहौल बनाये रखने की अपील भी की है।
  • विश्वविद्यालय कार्यकारी विद्यार्थी परिषद् में चार पदाधिकारी तथा पांच सदस्य रहेंगे। परिषद् के पदों में एक पद अध्यक्ष, एक पद उपाध्यक्ष, एक पद सचिव तथा एक पद संयुक्त सचिव का होगा। विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त सचिव का पद लॉटरी के ड्रा से छात्रा उम्मीदवार के लिए आरक्षित कर दिया है। इसके अलावा, परिषद् के पांच सदस्य विभिन्न संकायों से होंगे। इनमें दो सदस्य फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग व टैक्नोलॉजी, एक-एक सदस्य फैकल्टी आफ ह्युमेनिटीज व साइंसेज, फैकल्टी आफ मैनेजमेंट तथा फैकल्टी आफ इंफोमैटिक एंड कम्प्यूटिंग से होगा। परिषद् का एक सदस्य डीन स्टूडेंट वेलफेयर द्वारा मनोनीत किया जायेगा।
  • विश्वविद्यालय द्वारा चुनाव कार्यक्रम अधिसूचित तथा जारी किया गया है। कार्यक्रम के अनुसार, पात्र विद्यार्थियों से कक्षा प्रतिनिधियों के लिए 12 अक्तूबर, 2018 को सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक नामांकन आमंत्रित किये गये है, जिसके लिए नामांकन फार्म संबंधित विभागाध्यक्षों के कार्यालय से प्राप्त किये तथा जमा किये जा सकते है। इसी दिन नामांकन फार्म की छंटाई भी की जायेगी और सायं 5 बजे नामांकित उम्मीदवारों की सूची प्रदर्शित की जायेगी। नामांकन उम्मीदवारों के संबंध में आपत्तियां 13 अक्तूबर, 2018 को सुबह 10 बजे तक प्राप्त की जायेगी। इसी दिन दोपहर 12 बजे तक नामांकित उम्मीदवारों को नाम वापसी की अनुमति दी जायेगी और उम्मीदवारों की अंतिम सूची 13 अक्तूबर को सायं 4 बजे प्रदर्शित की जायेगी। सभी कक्षा प्रतिनिधियों के चुनाव संबंधित विभागों में 17 अक्तूबर को प्रात: 9:30 बजे से प्रात: 11:30 बजे आयोजित किये जायेंगे। चुनाव के तुरंत बाद इसी दिन मतगणना होगी तथा 17 अक्तूबर को दोपहर 1 बजे कक्षा प्रतिनिधियों के परिणाम घोषित कर दिये जायेंगे।
  • कक्षा प्रतिनिधियों के चुनाव के बाद 17 अक्तूबर को कार्यकारी विद्यार्थी परिषद् के पदाधिकारियों तथा सदस्यों का चुनाव विश्वविद्यालय के मल्टीमीडिया सेंटर में होगा, जिसमें सभी चुने गये कक्षा प्रतिनिधि दोपहर 2 बजे से 2:30 बजे तक विभिन्न पदों के लिए अपना नामांकन भर सकेंगे। इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच व छंटाई की जायेगी तथा उम्मीदवारों को नामांकन वापसी का समय दिया जायेगा और दोपहर 3:30 बजे तक कार्यकारी विद्यार्थी परिषद् के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी कर दी जायेगी। इसी दिन दोपहर 3:30 बजे से सायं 5:30 बजे तक मतदान होगा और मतदान के तुरंत बाद मतगणना की जायेगी और सायं 5:45 बजे तक चुनाव परिणाम घोषित कर दिया जायेगा।
  • इस संबंध में जानकारी देते हुए डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. नरेश चौहान ने बताया कि चुनाव लडऩे के सभी विद्यार्थियों को टंकेशवर समिति की सिफारिशों के अनुरूप आचरण, पात्रता तथा निर्देश व प्रक्रिया का पालन करना होगा। समिति की सिफारिशों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
  • उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने सुचारू चुनाव करवाने तथा अनुशासन बनाये रखने के लिए जरूरी कदम उठाये है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में बाहर के विद्यार्थियों तथा अनाधिकृत वाहनों के प्रवेश के प्रवेश पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है। विश्वविद्यालय पुलिस व जिला प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में है और चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने तक विश्वविद्यालय में कानून व व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती का आग्रह किया गया है। इसके साथ-साथ विश्वविद्यालय में लगाये गये सीसीटीवी कैमरे के पूर्णत: जांच करने तथा चुनाव संपन्न होने तक कैमरे की रिकार्ड सुरक्षित रखने के निर्देश दिये गये है।
  • चण्डीगढ, 11 अक्तूूबर - हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार चार बड़ी मंडियां स्थापित करने जा रही है जिसमें गन्नौर की 600 एकड़ की मण्डी पाईप लाईन में है। इसके अलावा, गुरुग्राम में रियो-डी-जेनेरिया की फ्लोरा अंतर्राष्ट्रीय मण्डी के सहयोग से फूलों की एक मण्डी स्थापित की जाएगी जिससे एनसीआर में फूलों की जरूरत को पूरा किया जाएगा। इसके अलावा, सोनीपत में मसालों की मण्डी तथा पिंजौर में 250 एकड़ क्षेत्र पर सेब मण्डी स्थापित की जाएगी।
  • श्री धनखड़ आज गुरुग्राम में वल्र्ड यूनियन ऑफ होलसेल मॉर्केट (व्योम) की कॉन्फ्रेंस के प्रथम सत्र के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यह विश्व स्तरीय कॉन्फ्रेंस देश में पहली बार आयोजित की जा रही है जिसमें किसानों और उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखकर विभिन्न निर्णय लेने में मदद मिलेगी। श्री धनखड़ ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में 19 देश सीधे तौर पर भाग ले रहें हैं जिनमें चीन, स्पेन, मैक्सिको, पोलेंड, सर्बिया, अमेरिका इत्यादि के प्रतिनिधि आए हैं। इसके अलावा, विभिन्न देशों के राजदूत कार्यालयों के प्रतिनिधि भी इस कॉन्फ्रेंस में भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस विश्व स्तरीय कॉन्फ्रेंस में भारत के विभिन्न राज्य जैसे कि आंध्र प्रदेश, असम, उड़ीसा, गोआ, जम्मू कश्मीर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं।  
  • श्री धनखड़ ने मंडियों को सशक्त करने की बात करते हुए कहा कि देश की बड़ी मण्डियों को आधुनिक बनाने के लिए इस कॉन्फ्रेंस में गहनता से विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने अपने विदेशी दौरों का जिक्र करते हुए कहा कि चीन की बीजिंग की एक हजार एकड़ में बनी मण्डी, रंगिस की मण्डी, रियोडी जैनेरियों की मण्डी को देखने का उन्हें मौका मिला। उनके साथ गए हुए विभागीय प्रतिनिधि मण्डल ने भी इन मंडियों को देखकर अपनी समझ को आगे बढ़ाया है कि किस प्रकार से थोक या होलसेल मण्डी को आधुनिक तौर पर विकसित किया जा सकता है। 
  • कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि होलसेल मण्डी कृषि के क्षेत्र में किसान और उपभोक्ता के बीच एक ईंजन का काम करती है और हम सभी को इस ईंजन को आधुनिक बनाना है क्योंकि यदि हम होलसेल बाजार को आधुनिक रूप से विकसित कर पाएंगे तो किसानों और उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए उनका कल्याण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज उपभोक्ताओं की बहुत बड़ी संख्या है और उन तक किस प्रकार जल्द से जल्द उत्पाद पहुंचे इस पर हमें विचार करना है। उन्होंने कहा कि यूरोप की मण्डियों में किसान सीधा अपना उत्पाद बेच सकता है। इस प्रकार से हमें भारत में भी एक साधारण व्यक्ति किस प्रकार से अपने उत्पाद को बेच सके इसके उपाय करने होंगे। उन्होंने कहा कि साधारण व्यक्ति को अपने उत्पाद को बेचने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और इन चुनौतियों से पार पडऩे के लिए आगे बढऩा होगा।
  • उन्होंने कहा कि हमें लोगों को जागृत करने के लिए भी कदम उठाने होंगे जैसे कि कृषि उत्पादो का वेस्ट कम से कम हो। इसके अलावा, फल तथा सब्जियों को किस प्रकार से बेहतर बनाया जाए ऐसे दिशाओं में आगे बढऩा होगा। उन्होंने कहा कि गत दिवस व्योम की बोर्ड बैठक में एशिया की स्थितियों के अनुसार विभिन्न निर्णय लिए गए और उन्हें उम्मीद है कि इन निर्णयों से भारतीय बाजारों की दशा और दिशा सुधरेगी। उन्होंने कहा कि हमें आधुनिक तकनीकों को अपनाने के साथ-साथ कोल्ड चेन जैसी प्रणालियों पर बल  देना होगा  ताकि मंडियों को अच्छी प्रकार से विकसित किया जा सके और किसानों के साथ उपभोक्ताओं के हितों का भी पूरा ध्यान रखा जा सके। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में एक्सपै्रस-वे पर लगभग 2000 करोड़ रुपये का कृषि उत्पादों का बाजार है। इसी प्रकार, कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) पर पंचग्राम नामक योजना के तहत पांच नए बड़े शहर बसाने की योजना है जिसमें कृषि के उत्पादों के बाजार तलाशने की संभावनाएं हैं।
  • श्री धनखड़ ने कहा कि हमें अपनी स्थितियों के अनुसार मंडियों को विकसित करना है, बल्कि हमें दुनिया की किसी भी मण्डी का अनुसरण नहीं करना है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में आयोजित की जा रही इस कॉन्फ्रेंस में जो साकारात्मक सुझाव अनुकूल बैठेंगे उन्हीं को अपनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम अपने स्त्रोतों और जो हमारी टीम को समझ आएगा उसी अनुसार आगे बढ़ेेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कॉन्फ्रेंस में आए हुए प्रतिनिधियों को ई-नाम  योजना के तहत किए जा रहे कार्य की जानकारी दिलाने हेतू उन्हें एक अध्ययन दौरा भी करवाया जाएगा। 
  • पत्रकारवार्ता के दौरान व्योम के चेयरमैन श्री जैंगजुंग मा, जो चीन के हैं, ने बताया कि भारत और चीन पड़ोसी देश हैं और वे पहली बार भारत आए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूरोप और जापान की होलसेल मार्केट काफी आधुनिक हैं लेकिन चीन और भारत के बाजार इन बाजारों की तुलना में काफी पीछे हैं। उन्होंने कहा कि विकासशील देशों के विकास और उत्थान में होलसेल मार्केट महत्वपूर्ण भूमिका रखती है और आज गुरुग्राम में हरियाणा सरकार ने होलसेल मार्केट में काम करने वाले लोगों को एक अच्छा मंच प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के साथ-साथ हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने इस कार्य को करवाने का जो बीड़ा उठाया है वह प्रसंशनीय है और इससे हरियाणा के किसानों व उपभोक्ताओं को काफी लाभ प्राप्त होगा।
  • चेयरमैन ने कहा कि हम कृषि उत्पादों के वितरण में कैसे बेहतर कर सकते हैं इस पर विचार करना होगा और उन्हें लगता है कि यह कॉन्फ्रेंस ऐसे विचारों और अनुभवों को सांझा करने के लिए एक उत्तम मंच है। उन्होंने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस के पश्चात उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारत में होलसेल मार्केट अवश्य अपग्रेड होगी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों के अलग-अलग अनुभव होते हैं कुछ लाभ के लिए होते हैं तो कुछ किसानों और उपभोक्ताओं के  कल्याण के लिए होते हैं। इसी कड़ी में चीन की होलसेल मार्केट प्रबंधन टीम लाभ लेने के लिए लगातार कार्य कर रही है और यह सफ ल कार्य भारत को एक आदर्श सीखने का अनुभव प्रदान कर सकती है।
  • पत्रकारवार्ता के दौरान व्योम के निदेशक श्री जे एस यादव ने बताया कि दुनिया में दो प्रकार के होलसेल बाजार हैं, एक यूरोप के बाजार और दूसरा एशिया का बाजार और दोनों की स्थितियां अलग-अलग हंै। उन्होंने बताया कि व्योम के बोर्ड ने निर्णय लिया है कि अगले पांच वर्षों में विकसित होलसेल बाजार अविकसित होलसेल बाजारों का सहयोग करेेंगे। इसके अलावा, भारत के डिजीटलीकरण के साथ-साथ ई-नाम जैसे बड़े सिस्टम का किस प्रकार से  अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयोग किया जाए, इस ओर आगे बढऩा होगा। उन्होंने कहा कि यदि सुधारों की बात की जाए तो एशिया के सुधार अलग प्रकार के हैं और किसानों को ध्यान में रखकर सुधार किए जाते हैं। इसी प्रकार, मंडियों का सुधार भी कानूनों को ध्यान में रखकर किया जाए। उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक में विभिन्न निर्णय एशिया और भारत की स्थितियों के अनुसार किए गए हैं। 
  • एक सवाल के जवाब में श्री जे एस यादव ने कहा कि अगले 5 सालों की चुनौतियों को देखते हुए मॉर्केट की स्थायित्वता या स्थिरता पर जोर दिया जाएगा ताकि मंडियां आय का स्त्रोत ही न हों बल्कि इसमें किसानों के हितों का भी ध्यान हो। उन्होंने आने वाली चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि डिजीटलीकरण और सुधारों की खाई को पाटना भी एक चुनौती है और इनको आपस में एकीकृत करना होगा। इसके अलावा, खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और खाद्य सामग्री इत्यादि पर जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि चीन में वर्ष 2020 तक खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और खाद्य सामग्री इत्यादि पर कानून बनाकर लागू कर दिया जाएगा। इसी प्रकार, भारत को भी अभी इस क्षेत्र में बहुत काम करना है।
  • इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री श्री रामलाल मार्कण्डे, उड़ीसा के सहकारिता मंत्री श्री सूर्या नारायण पात्रो, हरियाणा मॉर्केटिंग बोर्ड की चेयरपर्सन श्रीमती कृष्णा गहलावत, गोआ के मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन श्री प्रकाश, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधु तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
  • चण्डीगढ़, 11 अक्तूबर- केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री पुरूषोत्तम रूपाला ने कहा कि किसानों को अंतरराष्ट्रीय प्रवाहों के साथ जोडऩा है और राष्ट्रीय कृषि बाजार के साथ व्योम का जुड़ाव किसानों के विकासात्मक बदलाव में सहभागी बनेगा।  देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की ओर से किसानों की उत्पादकता के साथ-साथ आय बढ़ाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। गुरुग्राम में आयोजित विश्वस्तरीय 32वीं वल्र्ड यूनियन आफ हॉलसेल मार्केट (व्योम) की दो दिवसीय कांफ्रेंस भी किसान उत्थान की दिशा में अहम कदम है।
  • श्री रूपाला आज गुरुग्राम में आयोजित वल्र्ड यूनियन आफ हॉलसेल मार्केट (वयोम)कांफ्रेंस के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। केंद्रीय राज्य मंत्री सहित उड़ीसा के सहकारिता मंत्री श्री सूर्य नारायण पात्रो व हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री श्री रामलाल मारकंडे का हरियाणा के कृषि मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने पारंपरिक तरीके से मान-सम्मान की प्रतीक पगड़ी पहनाकर अभिनंदन किया। दो दिवसीय कांफ्रेंस में 18 देशों के प्रतिनिधियों सहित 16 देशों के दूतावास प्रतिनिधि व देश के विभिन्न राज्यों से 50 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
  • केंद्रीय कृषि एवं पंचायत राज्य मंत्री श्री रूपाला ने विश्वभर से आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसान हितों को सामने रखते हुए थोक व्यापारियों का अधिवेशन आयोजित हुआ है। प्रधानमंत्री द्वारा नए भारत के निर्माण में इस प्रकार के अधिवेशन मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ई-नाम प्रणाली को व्योम से जोड़ते हुए किसानों को साधन संपन्न बनाया जाएगा। उन्होंने हरियाणा सरकार तथा विशेष रूप से प्रदेश के कृषि मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश ने डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुए सबसे पहले भावांतर जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू करते हुए अपनी किसान हितैषी सोच को साकार किया है।
  • उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षा है कि ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार(ई-नाम) जैसी प्रणाली को अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंच के साथ जोड़ते हुए किसानों को उनकी फसल के उचित भाव देने के साथ ही किसान को अंतरराष्ट्रीय मार्केट के साथ सीधा जोड़ा जाए। यही कारण है कि आज व्योम के माध्यम से आयोजित कांफ्रेंस में आए सुझावों के आधारभूत सकारात्मक निर्णय लेने के लिए सफलतम कदम बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश अंतरराष्ट्रीय मानकों से ज्यादा उत्पादन कर रहा है लेकिन अब इसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जोडऩे की जरूरत है। इसी कड़ी में हरियाणा द्वारा एग्री लीडरशिप व एग्री बिजनेस जैसे बड़े कार्यक्रमों की मेजबानी करते हुए किसानों को मूल्यों आधारित फसल उत्पादन के लिए मंच प्रदान करते हुए प्रेरित किया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से कांटेक्ट फार्मिंग एक्ट बनाया है ताकि किसानों के साथ मिलकर कंपनियां उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से उत्पादन कर सकें। 
  • आधुनिकतम मंडियों का हरियाणा कर रहा है निर्माण : धनखड़
  • हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने दुनिया भर से आए प्रतिनिधिमंडलों का स्वागत करते हुए बताया कि दुनिया की तर्ज पर हमने किसानों की खुशहाली के लिए नई आधुनिक मंडियों का निर्माण किया है। गुरुग्राम में निदरलैंड की तर्ज पर फूलों की मंडी विकसित की जाएगी वहीं पिंजौर में सेब की नई मंडी बना रहे हैं। साथ ही गन्नौर में 600 एकड़ में बड़ी मंडी विकसित की गई है ताकि किसानों को उत्पादन की बिक्री में हर संभव सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि थोक की जितनी भी मार्केट हैं वे प्राइवेट नहीं हैं बल्कि सामाजिक दायित्व निर्वहन करने वाली हैं। उन्होंने बताया कि वे बीजिंग की एक हजार एकड़ में बनी मंडी, रंगिस, जूरिन, इजराइल सहित अन्य देशों की मंडियों का दौरा कर चुके हैं और अब थोक मार्केट में सुधार कैसे हो इसके लिए व्यापक विचार विमर्श करने हेतु दो दिवसीय कांफ्रेंस की मेजबानी हरियाणा कर रहा है। किसानों को उनके खेत के नजदीक ही बाजार विकसित करने के लिए ग्राम हाट कलस्टर स्तर पर बनाए गए हैं और अब हॉलसेल मार्केटिंग की भूमिका आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सकारात्मक कदम है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों की सुख सुविधा के साथ ही उनकी फसल का उचित भाव दिलाने के लिए प्रयासरत है और इसी कड़ी में भावांतर भरपाई योजना को मूर्त रूप हरियाणा में दिया गया है जो आज अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय बन रही है। उन्होंने बताया कि डिजिटल तकनीक के साथ योजना को जोड़ा गया है ताकि किसान का लाभ किसी भी रूप से बिचौलियों को न मिले और सीधे किसान का जुड़ाव सरकार की क्रियान्वित योजना से हो।
  • शुभारंभ अवसर पर वल्र्ड यूनियन आफ हॉलसेल मार्केट (व्योम)के चेयरमैन जेंगजुन मा व लंदन स्कूल आफ इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर निलेश दत्तानी ने भी विश्वस्तरीय कांफ्रेंस मेंं अपने विचार रखते हुए व्योम के उद्देश्यों से अवगत कराया।
  • इस मौके पर हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की चेयरमैन श्रीमती कृष्णा गहलावत, किसान आयोग के चेयरमैन श्री रमेश यादव, व्योम के निदेशक डा.जे.एस.यादव, कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधु, कृषि विभाग हरियाणा के निदेशक श्री डी.के.बेहरा, मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक श्री हरदीप सिंह, बागवानी विभाग के निदेशक डा.अर्जुन सिंह सैनी, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह सहित विभिन्न देशों के प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहे।