शुक्रवार, October 19, 2018
  • चंडीगढ़ 19 अक्टूबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब के अमृतसर में आज जो रेल हादसा हुआ है वह बेहद दुखद है। इस रेल हादसे से उन्हें आघात पहुंचा है।
  • आज यहां जारी एक शोक संदेश में उन्होंने कहा कि आज विजय दशमी के दिन यह जो दुर्घटना हुई है वह बहुत ही दुखद है। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में मारे गए लोंगों की आत्मा की शांति के लिए प्राथर्ना की।
  • उल्लेखनीय है कि आज पंजाब के अमृतसर में दशहरे के दिन एक बड़ा रेल हादसा हो गया। अमृतसर में रावण दहन देख रहे  कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए और इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई।
  • चण्डीगढ़, 19 अक्तूबर - हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने कहा है कि हैरिटेज उत्सव प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश की संस्कृति का अदभूत नमूना है, जो कि हमारे ऐतिहासिक धरोहर को संजोय हुए है।
  • यह बात शिक्षा मंत्री ने पिंजोर में स्थित ऐतिहासिक पिंजोर गार्डन में हेरिटेज उत्सव का शुभारम्भ करने उपरांत कही। इस अवसर पर उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्सवों के आयोजन से हम एक दूसरे की खान पान, वेश भूषा व संस्कृति का आदान प्रदान कर एक दूसरे के नजदीक आते हैं तथा साथ ही अपनी संस्कृति की छाप को विविधता में अनेकता के साथ सशक्त करने में मददगार होते है।
  • उन्होंने कहा कि हेरिटेज एण्ड हिस्टी, को संजोकर रखना हम सब के लिए जरूरी है, क्योंकि वे एक दूसरे से जुड़े हुए है और यही हमारी पहचान है। पिंजोर गार्डन के माध्यम से हमारी ऐतिहासिक धरोहरों को संजोने का कार्य किया गया है।  इसके लिए पर्यटन निगम भी बधाई का पात्र है।
  • इस कार्यक्रम में -1857 की कहानी हरियाणा की जुबानी-नामक नाटक की प्रस्तुति  दी गई। इसे बडे ही गौरवमय इतिहास के साथ संजोया गया। उन्होंने कहा कि हमें आजादी स्वतन्त्रता सेनानियों के संघर्ष एवं बलिदानों के बाद मिली है। इन्ही के बलिदानों के कारण ही आज हम विश्व के सबसे बड़े पं्रजातंत्र देश में स्वतन्त्र रूपी सांस ले रहे है।
  • उन्होंने प्रदेशवासियों को दशहरा एवं विजय दशमी की बधाई देते हुए कहा कि यह महीना त्योंहारों का है जो हमें नित्य संस्कृति के साथ साथ संस्कार एंव सरोकार भी सिखाता है। 
  • हरियाणा पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन ने कहा कि तीन दिन चलने वाले उत्सव में लोगों का भरपूर मनोरंजन करवाया जा रहा है । इसके अलावा लोगों ने बाजार के माध्यम से खरीददारी का भी लुत्फ उठाया है। उन्होंने कहा कि मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम रहेगी तथा विभिन्न स्कूली विधार्थियों की विभिन्न प्रतियोगितांए भी आयोजित करवाई जाएंगी। इस उत्सव के माध्यम से हमें इतिहास की भी जानकारी मिलती है। इस उत्सव को हमें अवश्य ही देखना चाहिए।
  • चण्डीगढ़, 19 अक्तूबर - हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि त्रेता युग में  धरती पर अभिमानियों और दुराचारियों की संख्या बढ गई थी, इसलिए आज के दिन भगवान श्रीराम को रावण का वध करना पड़ा। धर्म की रक्षा के लिए तब से यह दिन विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • यह बात उन्होंने पंचकूला के शालीमार ग्राउंण्ड सैक्टर 5 में दूनिया के सबसे उंचे 210 फीट उचंाई वाले रावण के पुतले के दहन करने से पूर्व उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि धर्म की अधर्म पर सदैव विजय होती है और असत्य पर सत्य की तथा अन्याय पर न्याय की जीत होती है।
  • उन्होंने सांय 5.47 बजे पर पुतले को रिमोट से अग्नि दी और 210 फीट उंचाई वाला पुतला धु धु कर जलने लगा। उन्होंने कहा कि आज के दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध करके  धरती को पाप के बोझ से मुक्त किया था। आदि सूत्र इस बात को स्पष्ट करते हैं कि श्रीराम की रावण पर विजय मात्र से अस्त्र शस्त्र बलि पर प्राप्त करने वाली विजय नहीं थी बल्कि उसके मूल में सेवा धर्म था। सदाचार मानवीय गहन संवेदनाएं दया, करूणा, प्रेम, सहानुभूति जैसे गुणों द्वारा बुराईयों पर विजय प्राप्त करने की बात थी।
  •  दशहरा का उत्सव शक्ति और शक्ति का समन्वय बताने वाला उत्सव है। इससे पहले नवरात्रों पर नौ दिन जगदम्बा की उपासना करके शक्तिशाली बना हुआ मनुष्य विजय प्राप्ति के लिए तत्पर रहता है। हम सबको अपने अन्दर रावण रूपी बुराई को खत्म करने के लिए मर्यादा पुरूषोतम भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित  मर्यादाओं का पालन करना चाहिए। इससे देश में फिर से रामराज्य स्थापित होगा।
  • रावण दहन का यह आयोजन श्री माता मनसा देवी धर्मार्थ एवं विकास न्याय द्वारा किया गया जिसमें 210 फुट ऊंचा पुतला बनाया गया। रावण दहन को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए। इस अवसर पर अम्बाला के सांसद रतनलाल कटारिया, पंचकूला के विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता, उपायुक्त मुुकुल कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
  • चण्डीगढ़, 19 अक्तूबर - विजयदशमी के दिन करनाल आगमन पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शहर के बीचो बीच स्थित पुराने और जनता की भावनाओं से जुड़े नवीनीकृत कर्णपार्क और उसमें स्थापित किये गए म्यूजिकल फाउंटेन का लोकार्पण किया।
  • मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि शहर के सौंदर्यकरण के क्रम में पहले कर्णताल का नवीनीकरण किया गया और नया स्वरूप दिया गया। उन्होंने बताया कि करीब साढ़े चार एकड़ में फैले कर्ण पार्क के जीर्णोद्वार पर 3 करोड़ 45 लाख रूपये की राशि खर्च हुई है। उन्होंने शहर के गणमान्य व्यक्तियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कुछ देर पार्क के उद्घाटन स्थल पर विराजमान होकर म्यूजिकल फाउंटेन से निकली रंगीन जैटस यानी धाराओं का अवलोकन किया। जिसका शहर के लोगों ने तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने कर्णपार्क में स्थित महान क्रांतिकारी देशभक्त शहीद चंद्र शेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये।
  • उल्लेखनीय है कि नवीनीकृत कर्ण पार्क में बाउंडरी वाल पर एस एस की ग्रील व धोलपुर पत्थर लगाया गया। पार्क के अंदर दो हाई मास्क लाईटें व फुटपाथों पर बोलार्ड लाईटें लगाई गई है। पार्क के अंदर हरी घास व लैंड स्केपिंग की गई है। नये सजावटी व फलदार पौधे भी लगाए गए है। बच्चों के झूले, ओपन एयर जिम तथा बैठने के लिए नये बैंच गैजीबों व दीवारों पर पेंटिंग की गई है। अब इसका स्वरूप देखते ही बनता है और इसमें लोगों की चहल पहल भी बढ़ गई है।
  • इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने कर्ण पार्क में ही नगर निगम करनाल की ओर से शहर की स्वच्छता को कायम रखने के लिए एक नई पहल के तहत सैनिटेशन पैट्रोलिंग स्कवार्ड मोटर साईकिल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अपनी तरह की इन मोटर साईकलों पर कैमरा, माईक सिस्टम, ब्लींकर लाईट, सायरन व निगम का लॉगो दिया गया है। इस तरह की पहल हरियाणा में पहली बार करनाल में की गई है। आज से यह मोटर साईकिलें शहर की सफाई के लिए बनाऐ गए चार जोन में जाकर मोनिटरिंग का कार्य करेंगी।
  • चण्डीगढ़, 19 अक्टूबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि विजय दशमी के दिन हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम भ्रष्टाचार, कन्या भू्रण हत्या व गंदगी जैसे कलंक को दूर करेंगे, समाज में फैल रही अन्य बुराईयों का दहन करना होगा ताकि हमारा देश व प्रदेश आगे बढ़े और जीवन सदाचारी बनें।
  • मुख्यमंत्री  आज करनाल में आयोजित विजय दशमी महोत्सव में रावण व लंका दहन करने से पूर्व उपस्थित भारी जन समूह को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले श्री रामलीला सभा की ओर से मुख्यमंत्री को स्मृत्ति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने पुलिस की खुली जीप में सवार होकर ग्राउंड में उपस्थित जन समूह का अभिवादन किया तथा झांकियों का अवलोकन करते हुए दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने स्टेज से ही रिमोट के माध्यम से लंका, रावण, कुम्भकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन किया,देखते-देखते सभी पुतले धूं-धूं कर जल उठे। 
  • मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के सिद्धान्तों को जीवन में धारण करके एक अच्छे समाज की रचना करनी है, वहीं अहंकार रूपी रावण की बुराइयों व समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करके एक अच्छे मानव चरित्र का निर्माण करना हैं। उन्होंने कहा कि विजय दशमी पर्व असत्य पर सत्य की, बुराई पर अच्छाई की जीत है, यह दिवस हमें कुछ नया सिखाता है।  हमें एक अच्छे समाज व मानव के निर्माण के लिए राम की मर्यादाओं को अपने जीवन में धारण करने की आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां पर सबसे अधिक उत्सव (पर्व) मनाए जाते हैं। दशहरा पर्व भारत देश में ही नही दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। इस तरह के त्यौहार हमें एकता के सूत्र में पिरोए रखते है।
  •  उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के जीवन से कुछ करने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि भगवान रामचंद्र ने पुत्र,भाई,पति,पिता,शासनकर्ता राजा के रूप में अपनी मर्यादा को कायम रखा।
  • उन्होंने कहा कि  कन्या भू्रण हत्या की रोकथाम के लिए 22 जनवरी 2015 को पानीपत की धरती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की थी,उस समय हरियाणा का लिंगानुपात एक हजार लडक़ों के पीछे 837 था,सभी के सार्वजनिक प्रयासों से अब लिंगानुपात बढक़र 931 तक पहुंच गया है,जो कि अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसी प्रकार देश से गंदगी को समाप्त करने के लिए 2 अक्तूबर 2015 को स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी,उससे प्रेरित होकर करनाल उत्तरी भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया और उसके बाद स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 में देशभर में हरियाणा प्रथम रहा। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री ने करनाल की जनता को बधाई दी।
  •  मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्री राम लीला सभा रजि० की ओर से तैयार की गई श्री राम दर्शन व आरती संग्रह पुस्तिका का विमोचन किया और अपने ऐच्छिक कोष से 21 लाख रूपये की राशि सभा को देने की घोषणा की। उन्होंने करतल ध्वनि के बीच घोषणा की कि दशहरा मेले के लिए अब सेक्टर-4 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से पांच एकड़ भूमि स्थाई रूप से प्रदान की गई है,परन्तु इसका स्वामित्व प्राधिकरण के पास ही रहेगा। आज से इस जगह का नाम दशहरा ग्राउंड के नाम से बोला जाएगा। रावण दहन के अवसर पर दशहरा ग्राउंड में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित थी,लोगों ने शांतिपूर्वक रावण दहन का दृश्य देखा।  
  •  इस मौके पर ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, शुगर फैड के चेयरमैन चंद्र प्रकाश कथूरिया, भाजपा के जिला अध्यक्ष जगमोहन आनन्द, पूर्व मेयर रेनू बाला गुप्ता, भाजपा नेता योगेन्द्र राणा, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
  • चण्डीगढ़, 19 अक्टूबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज पानीपत के सैक्टर 13-17 और सैक्टर 25 में आयोजित दशहरा पूजन समारोह के अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि विजयदशमी के अवसर पर बुराई पर अच्छाई की विजय के इस त्यौहार पर व्यक्ति व परिवार और देश से बुराईयां मिटाने का हम सभी को संकल्प लेना चाहिए ताकि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के बताए मार्ग पर चलते हुए देश को एक आदर्श राष्ट्र बनाया जा सके।
  • मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व और गौरव का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की थी, उससे पूर्व हरियाणा में कन्या जन्म दर 837 थी, जो अब बढ़कर 931 का आंकड़ा पार कर गई है। यह हम सभी के लिए बहुत ही फक्र का विषय है। हमें जिस प्रकार इस मामले में हरियाणा को सफलता मिली है, उसी प्रकार हमें समाज से सभी प्रकार की अस्वच्छता मिटाने, भय भ्रष्टाचार समाप्त करने और हरियाणा को शिक्षा के क्षेत्र में उच्चाईयों तक पहुंचाने का संकल्प लेना होगा।
  • उन्होंने कहा कि इसी प्रकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्तूबर-2015 को भारत को स्वच्छ व सुन्दर बनाने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया गया और हमें यह कहते हुए भी गर्व हो रहा है कि स्वच्छता के सर्वेक्षण ग्रामीण सर्वे में हरियाणा प्रदेश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। समाज में अभी भी अनेक बुराईयां हैं, इन्हें मिटाने के लिए सरकार के साथ-साथ जनता को भी सहयोग देना होगा।
  • श्री मनोहर लाल ने कहा कि दशहरा असत्य पर सत्य, अज्ञान पर ज्ञान और अंधकार पर प्रकाश की विजय के प्रतीक के रूप में विश्व भर में मनाया जाता है। समाज में अनेक बुराईयां है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने भीतर के क्रोध रूपी रावण को भी मारना होगा। हमारे पूर्वज हमे जो विचार देकर गये हैं, हमें उन विचारों को स्वयं ढालकर फैलाना भी होगा ताकि समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर किया जा सके। रामायण में भगवान श्रीराम ने वीरता, प्रेम, स्नेह और मर्यादाओं के भावों को बड़ी सहजता के साथ निभाया। हमें भी भगवान श्रीराम से प्रेरणा लेनी चाहिए।
  • मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कुरूक्षेत्र के 48 कोस के लगते सभी तीर्थाें जो पांच जिलों कुरूक्षेत्र, करनाल, कैथल, जीन्द और पानीपत के 134 स्थानों पर उपस्थित हैं, का विकास करवाया जाएगा। वे स्वयं तीन जिलों में गये हैं। कुरूक्षेत्र में पर्यटन के संदर्भ में तीर्थ स्थान बनाने के लिए विशेष तौर पर काम किया जा रहा है। आगामी दो महीने बाद अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। गीता वैश्विक तौर पर प्रत्येक व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हुई है। पिछले वर्ष करीब 25 लाख पर्यटक अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती समारोह में पधारे थे। इस वर्ष भी इसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा।
  • महामण्डलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज ने कहा कि त्यौहार हमारे इतिहास और परम्पराओं से जुड़े हुए हैं। हमें इन्हें मनाना चाहिए ताकि हमारे अतीत की स्मृतियां विरासत के रूप में बनी रहें। विजयदिवस के अवसर पर हमें समता, समरसता, सदभावना के पग पर कदम बढ़ाने चाहिए और समाज में व्याप्त नशा, कन्या भू्रण हत्या, प्रदूषण जैसी बुराईयों को दूर कर अपने वातावरण को शुद्ध रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में इस कार्य को प्रतिबद्धता के साथ कर रही है और इस दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने इसके लिए प्रदेश सरकार को बधाई भी दी। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने दशहरा पूजन पर गणेश पूजन भी किया और भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान के स्वरूपों का पूजन कर तिलक भी किया। उन्होंने रावण के पुतले का पूजन भी किया। दशहरा कमेटियों की ओर से मुख्यमंत्री को गदा व स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया।
  • इस मौके पर परिवहन मंत्री श्री कृष्णलाल पंवार भी उपस्थित थे।
  • चण्डीगढ़, 19 अक्तूबर- हरियाणा सरकार ने जिला कुरुक्षेत्र के गांव थाना में स्वर्ण जुबली ब्रह्मा सरोवर कम्युनिटी रिजर्व, जो राज्य की पहली कम्युनिटी रिजर्व परियोजना है, के प्रबंधन के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की है। इस परियोजना में जैव विविधता के संरक्षण की परिकल्पना की गई है।
  • इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए वन और वन्यजीव विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इस समिति के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जो वन्यजीव विभाग की विशेषज्ञ पर्यवेक्षण के तहत काम करेगी।
  • उन्होंने कहा कि प्रबंधन समिति के सदस्यों में सरपंच ग्राम पंचायत, थाना, झुरासी कलां गांव के श्री हरजीत सिंह, पेहोवा के नगर पार्षद श्री रामधारी शर्मा, जिला परिषद के सदस्य श्री रिंकू, और माडर्न डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला, कैथल की डॉ चेतना शर्मा शामिल हैं।
  • उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वर्ण जयंती ब्रह्मा सरोवर कम्युनिटी रिजर्व की आधारशिला रखी थी। थाना गांव में प्राचीन ब्रह्मा सरोवर कछुए की लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए एक दुर्लभ प्राकृतिक स्थान है। यह सरोवर 100 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है और यह प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की कई प्रजातियों का भी घर भी है। इस परियोजना के तहत, विभिन्न घाटों को जीर्णोद्घार किया जाएगा और सरोवर के चारों ओर फलदार पेड़ लगाए जाएंगे। वन्यजीव विभाग सरोवर में कछुओं के लिए सुरक्षित स्थान तैयार करेगा ताकि वे अंडे दे सकें। इसके अलावा, विभाग सरोवर के जल सरंक्षण का भी प्रबंधन करेगा।
  • उन्होंने कहा कि गांव थाना में ब्रह्मा सरोवर के आसपास के क्षेत्र की पारिस्थितिकीय जैव विविधता के संरक्षण के लिए और एक पर्यटन स्थल के रूप में इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए, हरियाणा सरकार ने गांव थाना के पवित्र ब्रह्मा सरोवर के रखरखाव के लिए यह परियोजना लागू की है। इस परियोजना के तहत, जो अपनी तरह की पहल परियोजना है, लगभग 100 एकड़ में फैले ब्रह्मा सरोवर और इसके आसपास के क्षेत्र का जीर्णोंद्घार किया जाएगा।
  • ब्रह्मा सरोवर में विभिन्न प्रजातियों के तीन कछुए छोड़े गये हैं। सरोवर के संरक्षण पर लगभग 7.5 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा, सरोवर के पास एक कौशल विकास केंद्र स्थापित किया जाएगा जहां आस-पास के गांवों के युवा और स्वयं सहायता समूहों को रोजगार और प्रशिक्षण के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐसे युवाओं को इस क्षेत्र के बारे में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे क्षेत्र के आगंतुकों के लिए गाइड के रूप में कार्य कर सकें और उन्हें स्थानीय वनस्पतियों और जीवों के बारे में सूचित कर सकें। यह एक अनूठी परियोजना है जहां समुदाय के लोग सीधे वन्यजीवन की सुरक्षा में शामिल होंगे।