शुक्रवार, December 14, 2018
  • चंडीगढ़, 14 दिसंबर- हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने आवंटियों से बढ़े हुए मुआवजे के अतिरिक्त मूल्य की वसूली के पुनर्मूल्यांकन हेतु क्षेत्रीय स्तर पर कमेटियों का गठन किया है।
  • प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पंचकुला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, रोहतक और हिसार जोन में गठित ये कमेटियां तत्काल अतिरिक्त मूल्य की गणना या पुन:गणना शुरू कर देंगी, यह गणना उस क्षेत्र के रेजीडेंट वैल्फेयर एसोसिएशनों/आवंटियों से प्राप्त प्रस्तावों पर आधारित होगी। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित नवीनतम सिद्धांतों के मद्देनजर सभी विवादित और अतिरिक्त मूल्य की गणना के नए मामलों की जांच जोनल कमेटी द्वारा की जाएगी। ये जोनल कमेटियां गणना को अंतिम रूप देने से पहले संबंधित क्षेत्र के रेजीडेंट वैल्फेयर एसोसिएशनों/आवंटियो से परामर्श भी करेंगी। जोनल कमेटी द्वारा की गई गणनाओं को सूचीबद्ध चार्टर्ड एकाउंटेंट्स द्वारा विधिवत ऑडिट किया जाएगा।
  • उन्होंने बताया कि विभिन्न रेजीडेंट वैल्फेयर एसोसिएशन/आवंटी मौजूदा पॉलिसी (एचएसवीपी की वेबसाइट पर पोलसी की प्रति उपलब्ध है) के आधार पर अतिरिक्त मूल्य की गणना के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इन रेजीडेंट वैल्फेयर एसोसिएशनों के साथ हुई बैठकों को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण ने अपनी 115 वीं बैठक में कुछ स्पष्टीकरण/अतिरिक्त सिद्धांतों को मंजूरी दे दी थी। उन्होंने बताया कि एक अन्य बैठक विभिन्न रेजीडेंट वैल्फेयर एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों की ऑल हरियाणा सैक्टर इनहान्समैंट संघर्ष समिति के साथ भी हुई जिसमें, जहां कुछ और सिद्धांतों को मंजूरी दे दी गई।
  • चंडीगढ़, 14 दिसंबर- हरियाणा पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा  आगामी 17 से 19 दिसम्बर तक ‘जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और कमी’ विषय पर 3 दिवसीय राइटशॉप का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के 40 अधिकारी भाग लेंगे।
  • विभाग के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस राइटशॉप का उद्घाटन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खंडेलवाल करेंगी।
  • उन्होंने बताया कि इन तीन दिनों के दौरान प्रतिभागियों को जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा, क्लाइमेट चेंज एण्ड ग्रीन क्लाइमेट फंड के दिशानिर्देशानुसार तथा राष्ट्रीय अनुकूली निधि के अनुसार अनुकूलन और शमन से संबंधित परियोजनाओं पर प्रशिक्षण देने के लिए राज्य सरकार के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • उन्होंने कहा कि बैंकर्स इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (क्लाइमेट चेंज सेल), लखनऊ के विशेषज्ञ प्रतिभागियों को ज्ञानवर्धक जानकारी उपलब्ध करवाएंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों का मुकाबला करने के साथ-साथ उनका प्रभावी समाधान करना है।
  • चण्डीगढ़, 14 दिसंबर - अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर हरियाणवी पंडाल में आच्छी पगड़ी, चौक्खी मूच्छ प्रतियोगिता के दौरान रैम्प पर 30 से अधिक मूच्छड़ बुजुर्गों ने कैटवॉक किया। लड़कियों एवं लडक़ों ने भी पगड़ी बांध प्रतियोगिता में भाग लेकर पर्यटकों को एक ही स्थान पर बांधे रखने के लिए मजबूर कर दिया। पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता में जहां 21 सेंकड में सीनू खान ने पहला स्थान हासिल किया वहीं पर लडक़ों में पवन कुमार ने 19 सेंकड़ में पगड़ी बांधकर प्रथम स्थान हासिल किया। आच्छी पगड़ी, चौक्खी मूच्छ प्रतियोगिता में सबसे लंबी मूच्छ में भिवानी से आए रामपाल को पहला स्थान मिला जबकि दूसरा स्थान चौ. ईश्वर सिंह का रहा। पगड़ी प्रतियोगिता में पहला स्थान साहब सिंह का रहा जबकि दूसरा स्थान मनफूल सिंह को हासिल हुआ। चौ. भरत सिंह मलिक को प्रतियोगिता में ओवरऑल श्रेष्ठ बुढ़ा चुना गया।
  • एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कुरुक्षेत्र गीता जयंती के अवसर पर बुजुर्गों को सम्मान देने के लिए आच्छी पगड़ी, चौक्खी मूच्छ का आयोजन किया गया जो बेहद सफल रहा। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में 30 से अधिक बुजुर्ग मंच पर छाए रहे। बुजुर्गों में रैम्प पर चलने की होड़ देखने को मिली। इसके अतिरिक्त लड़कियों ने पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता में कमाल कर दिखाया। प्रथम पुरस्कार हासिल करने वाली लड़की ने 21 सैकिंड में पगड़ी बांध कर दिखाई, जबकि दूसरा स्थान पाने वाली तन्नू ने 22 सैकिंड में पगड़ी बांधकर कमाल कर दिया। लड़कों में दूसरा स्थान हासिल करने वाले अमित ने 1 मिनट 23 सैकिंड में पगड़ी बांधी। आयोजन की दृष्टि से यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा। इस कार्यक्रम में 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लेकर हरियाणा की संस्कृति के प्रति अपना प्रेम दिखाया। बुजुर्गों ने तो यहां तक कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बुजुर्गों के सम्मान को बढ़ावा देते हैं।
  • चण्डीगढ़, 14 दिसंबर - कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर हरियाणवी पंडाल में मॉरिशस के राजदूत जगदीश्वर गोबरधन ने हरियाणवी पंडाल के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति के दर्शन कर कहा कि अपनी मातृभाषा से हमें प्रेम करना चाहिए क्योंकि मातृभाषा से बढक़र दूसरा कोई सम्मान नहीं। अगले वर्ष मॉरिशस में मनाए जा रहे गीता महोत्सव के अवसर पर उन्होंने हरियाणवी कलाकारों से बढ़चढ़ कर भाग लेने के लिए आह्वान किया। इस अवसर पर उनके स्वागत में सलीम व अन्य कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुति कर समा बांधा। हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यफ्मों को देखकर मॉरिशस के राजदूत गदगद हो उठे। इसके साथ ही इस अवसर पर हरियाणवी पंडाल के प्रभारी डॉ. महासिंह पूनिया ने उनका स्वागत किया तथा उनको पंडाल की ओर से एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। इस मौके पर उन्होंने सभी कलाकारों के साथ फोटो खिंचवाये और हरियाणवी चूरमे को खाकर हरियाणवी खान-पान की तारीफ किए बिना नहीं रह सके।
  • चण्डीगढ़, 14 दिसंबर - कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर हरियाणवी पंडाल में हरियाणवी शब्दों के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया गया। कार्यक्रम के पहले दिन सुरातिया, बटुवा, पोथिया, घपड़चोथ, गड़बड़झाला आदि शब्द पूछे गए। सभी शब्दों का हरियाणवी बुजुर्गों एवं महिलाओं ने अर्थ बताकर हरियाणवी संस्कृति के प्रचार में अपनी सहभागिता दर्ज की। अर्थ बताने वाले सभी बुजुर्गों को दो-दो लड्डू इनाम स्वरूप प्रदान किए गए।
  • चण्डीगढ़, 14 दिसम्बर - हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि जीवन के अभाव और कमियों को दूर करने के लिए गीता एक अमूल्य रत्न है जिससे ज्ञान, कर्म, धर्म, सांख्य और भक्ति योग की साधना की जा सकती है।
  • श्री विज आज कुरूक्षेत्र के अर्न्तराष्ट्रीय गीता जंयती महोत्सव में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि गीता न केवल आनंद से जीने का मार्ग दिखाती है बल्कि पथ भ्रष्ट लोगों को सही मार्ग चयन में भी सहायता करती है। उन्होंने कहा कि गीता संघर्ष करने और निस्वार्थ भाव से सेवा करने की प्रेरणा देती है।
  • उन्होंने कहा कि हरियाणा की शैली बहुत प्राचीन है जोकि हड़प्पा कालीन संस्कृति से मिलती जुलती है। उन्होंने बताया कि हरियाणा के हिसार जिले के गांव राखीगढ़ी में की गई खुदाई में 7 हजार वर्ष पुरानी सभ्यता के अवशेष मिले हैं जहां की नालियों, सड़कों तथा घरों में पाई गई इंटें तथा अन्य सामान पूरी तरह से हड़प्पा कालीन सभ्यता दर्शाते हैं।
  • इसके उपरांत श्री विज ने पुरूषोत्माराबाग में लगाए गए स्टालों का भ्रमण किया जिसके दौरान उन्होंने मुगलकालीन एवं प्राचीन पुराने सिक्कों, हाथ से बनी चारपाईयों तथा अन्य स्टालों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विजिटर बुक में सिक्कों एवं मेले के बारे में लिखा की यह एक महान संग्रह है जोकि भारतीय प्राचीन सभ्यता के दर्शन करवाता है।
  • चंडीगढ़, 14 दिसंबर - हरियाणा पुलिस द्वारा 16 दिसंबर, 2018 को पांच नगर निगमों सहित दो नगर पालिकाओं में होने वाले आम चुनावों को निष्पक्ष एवं शांति पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा के चाकचैबंद इंतजाम किए गए हैं।
  • पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), श्री बी0 एस0 संधू ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और बढाया गया है। स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिष्चित करवाने के लिए पूरा पुलिस प्रषासन मुस्तैद है। सभी संबंधित रेंज एडीजीपी / आईजी और जिला पुलिस अधीक्षकों को जिला प्रशासन की मदद से मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए पर्याप्त पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
  • प्रदेष में आमजन द्वारा बिना किसी भय के मताधिकार के इस्तेमाल को सुनिश्चित करने के लिए सम्पूर्ण पुलिस व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अलावा, मतदान केन्द्रों में व उसके आसपास के क्षेत्रों में भी सुरक्षा व्यवस्था कडी की गई है।
  • उल्लेखनीय है कि करनाल, पानीपत, रोहतक, हिसार, यमुनानगर नगर निगमों में मेयर व वार्ड सदस्यों सहित कैथल में पुंडरी व फतेहाबाद में जाखल मंडी नगर पालिकाओं के लिए 16 दिसंबर को मतदान होगा।
  • सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक (कानून एवं व्यवस्था) मोहम्मद अकील ने बताया कि हरियाणा पुलिस चुनाव के दौरान लोगों को बेहतर माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और हमने इस दिशा में सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। संबंधित शहरों के माध्यम से गुजरने वाले राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर यातायात की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। मतदान के दौरान कानून व्यवस्था को खराब करने की कोषिष करने के साथ-साथ मतदान प्रफ्यि बाधित करने वालों के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई अमल में ली जाएगी।
  • श्री अकील ने कहा कि मतदान क्षेत्रों में फलैग मार्च आयोजित करने के अतिरिक्त नाकाबंदी, गश्त और चैकिंग को भी बढाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहरों को सैक्टर में विभाजित किया गया है और पुलिस पार्टियों के साथ डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गए है।
  • चण्डीगढ़, 14 दिसंबर - असम के राज्यपाल श्री जगदीश मुखी ने कहा कि गीता ज्ञानम संस्थान में गीता के अभिलेखों तथा अन्य सामग्री को संरक्षित किया जाएगा, जो कि मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी द्वारा किया जा रहा प्रशंसनीय कार्य है। ऐसे में गीता के साधकों और शोधकों के लिए गीता ज्ञानम संस्थान अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगा।
  • राज्यपाल श्री जगदीश मुखी आज कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अंतर्गत गीता ज्ञानम संस्थान में जीओ गीता प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात पत्रकारों से वार्तालाप कर रहे थे। संस्थान में पहुंचने पर राज्यपाल ने स्वामी ज्ञानानंद महाराज से आर्शीवाद प्राप्त किया। इस अवसर पर संस्थानम की और से पदाधिकारियों ने राज्यपाल को पुष्पगुच्छ भेंट किए तथा वेदपाठी ब्राहमणों ने आचार्य नरेश के नेतृत्व में मंत्रोच्चारण के साथ उनका स्वागत किया। प्रवेश के साथ ही राज्यपाल ने भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात् उन्होंने संस्थान की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में विद्वानों द्वारा गीता के विषय में की गई टिप्पणियों को उनके चित्रों व नाम सहित अलग-अगल बोर्ड लगाकर प्रदर्शित किया गया है।
  • राज्यपाल श्री जगदीश मुखी ने प्रदर्शनी में सभी विद्वानों की टिप्पणियों को ध्यानपूर्वक पढ़ा। बीच-बीच में स्वामी ज्ञानानंद महाराज उन्हें प्रदर्शनी के विषय में विस्तार से जानकारी देते रहे। संस्थान में स्थापित गीता पुस्तकालय का भी राज्यपाल ने अवलोकन किया, जहां विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित गीता की प्रतियां तथा विद्वानों द्वारा अनुवादित गीता की प्रतियों का संकलन उपलब्ध था। इस मौके पर राज्यपाल श्री जगदीश मुखी ने कहा कि गीता ज्ञान का संदेश देती है। गीता एक ऐसा ग्रंथ है जो विश्व में सर्वमान्य है और जिसका विश्व की सर्वाधिक भाषाओं में अनुवाद किया गया है। गीता के अंदर कर्म तथा भक्ति का अनूठा संगम मिलता है। राज्यपाल ने कहा कि जिस धरती पर गीता का संदेश दिया गया था वहां आकर आज वे खुद को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में गीता ज्ञानम संस्थान की स्थापना की गई है। इस संस्थान का उद्देश्य बेहद पुनीत व मानवता के लिए लाभकारी है। संस्थान में गीता के सभी अभिलेखों व संबंधित हर प्रकार की सामग्री का संरक्षण किया जाएगा।
  • राज्यपाल श्री जगदीश मुखी ने कहा कि सरकार भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन कर गीता के संदेश को विश्व स्तर पर प्रसारित कर रही है। इससे कुरुक्षेत्र ऐसे लोगों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है जो गीता के विषय में जानना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस दिशा में गीता ज्ञानम संस्थान भी सहायक सिद्ध होगा। स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि गीता ज्ञान संस्थानम में विश्वभर में गीता से सम्बन्धित शोध पत्रों व विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध गीता का प्रतिलिपियों का संकलन किया जाएगा। गीता पर शोध करने वालों के लिए एक ही छत के नीचे सारी सामग्री उपलब्ध होगी।
  • चंडीगढ़, 14 दिसंबर- हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि गीता ज्ञान संस्थानम में गीता पर शोध करने वालों को प्रचूर मात्रा में सामग्री उपलब्ध होगी।
  • श्री शर्मा ने  ‘जीओ गीता’ द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद कहा कि गीता राष्ट्र का गौरव है। उन्होंने गुफा के रूप में बनाई गई गीता पर आयोजित इस प्रदर्शनी की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में जहां गीता के उपदेशों को दर्शाया गया है, वहीं स्वतंत्रता संग्राम में गीता की प्रासंगिकता को भी बड़े अच्छे ढं़ग से दिखाया गया है।
  • स्वामी ज्ञानानंद जी ने शिक्षा मंत्री को गीता ज्ञान संस्थानम में बनने वाली परियोजनाओं की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि दुनिया भर गीता पर हुए शोध का इस संस्थान में संकलन किया जाएगा ताकि गीता पर शोध करने वाले शोधार्थियों को सामग्री उपलब्ध हो सके। इसके अलावा संस्थान में गीता का विशाल संग्रहालय व पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा व गीता गुरुकुल की स्थापना की जाएगी।
  • चंडीगढ़, 14 दिसंबर- हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश के विश्वविद्यालयों ने शोध के क्षेत्र में अपनी गति को तेज कर दिया है। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों ने किसी प्राचीन दर्शन, ग्रंथ, संत-महात्मा और ऋषि-मुनि पर शोध करने का निर्णय लिया है ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग अच्छी हो सके। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के आग्रह पर अब तक 11 सरकारी विश्वविद्यालयों व 17 निजी विश्वविद्यिलयों ने अपने शोध विषय का चयन कर लिया है।
  • हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों उच्च शिक्षा परिषद के तत्वाधान में सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई थी जिसमें निर्णय लिया गया था कि प्रत्येक विश्वविद्यालय किसी प्राचीन दर्शन, ग्रन्थ, संत-महात्मा और ऋषि-मुनि पर शोध प्रकाशित करेंगे। इसी संदर्भ में गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय,हिसार महर्षि वाल्मीकि पर शोध पुस्तक प्रकाशित करेंगे जबकि स्टारेक्स विश्वविद्यालय, गुरुग्राम का विषय आर्यभट्ट रहेगा और महर्षि मारकण्डेश्वर विश्वविद्यालय वैदिक गणित पर, अल-फलह विश्वविद्यालय, फरीदाबाद सूफी सिद्धांतों पर तथा एस0आर0एम0 विश्वविद्यालय, सोनीपत द्वारा आयुर्वेद में वर्णित औषधीय पौधों पर शोध किया जाएगा।
  • इसी प्रकार,  एमिटी विश्वविद्यालय गुरुग्राम द्वारा ‘मनुष्य के शरीर में कौशिका स्तर लिपिड्स’ के विषय पर, हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने ‘पारम्परिक भारतीय भोजन बनाने के प्रौद्योगिकी विज्ञान’ विषय पर,जे.सी बोस विश्वविद्यालय फरीदाबाद में ‘कम्प्यूटर में प्रयोग होने वाली प्राकृतिक भाषाओं’ पर नार्थ कैप विश्वविद्यालय गुरुग्राम में ‘एनीमेशन और गेमिंग’ पर, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी में ‘भारत और चीन में पारम्परिक तौर स ेप्रयोग होने वाली औषधियों’ पर शोध किया जाएगा।
  • हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद् के अध्यक्ष प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने बताया कि विश्वविद्यालयों का मुख्य कार्य अध्यापन होने के साथ-साथ नये ज्ञान का सृजन भी है। उन्होंने कहा कि परिषद् कार्य राज्य के विश्वविद्यालयों में मानवीय एवं सामाजिक समस्याओं के समाधान ढूंढने के प्रयास पर केन्द्रित रहेगा। उन्होंने कहा कि जिन विश्वविद्यालयों ने शोध विषय का चयन नही किया है, उनसे भी आग्रह किया गया है कि वे शीघ्र ही इस विषय में प्राध्यापक वर्ग से परामर्श करके निर्णय लें। आने वाले समय में वैश्विक स्तर की शिक्षा व्यवस्था बनाने के लिए विषय केन्द्रित शोध एक आवश्यक उपाय है।
  • उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा प्रांत के सभी विश्वविद्यालयों से आग्रह किया है कि वे आधुनिक प्रासंगिकता वाले कम से कम एक विषय पर ग्रन्थ प्रकाशित करें।
  • चंडीगढ़, 14 दिसंबर- हरियाणा के करनाल जिला में इंडो-इजराइल परियोजना-उत्कृष्टï सब्जी उत्पादन केन्द्र घरौंडा की तकनीक पर मॉरिशस में भी फल व सब्जियां उगाई जाएंगी। यह जानकारी मॉरिशिस के कार्यवाहक राष्टï्रपति परमशिव पिल्लै वयोपुरी ने शुक्रवार को करनाल जिला में इंडो-इजराइल परियोजना-उत्कृष्टï सब्जी उत्पादन केन्द्र घरौंडा का दौरा करने के बाद दी। उन्होंने आज वहां दौरा करके बागवानी तकनीक के बारे में जानकारी हासिल की।
  • कार्यवाहक राष्ट्रपति ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि घरौंडा उत्कृष्ट उत्पादन केन्द्र का भ्रमण करके उन्हें बेहद खुशी हुई और बागवानी की नई तकनीकों के बारे में जानकारी मिली है। इस तकनीक को मॉरिशिस में भी अपनाया जाएगा ताकि वहां के नागरिकों को भी बेमौसमी ताजा सब्जियां हर समय उपलब्ध हो सकें और कम लागत में किसान अधिक आय अर्जित कर सकें तथा पानी की भी बचत हो।
  • इस अवसर पर बागवानी विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक दत्रवाल ने स्लाईड के माध्यम से इंडो-इजराइल बागवानी परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घरौंडा में इस केन्द्र की स्थाना भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत वर्ष 2011 में की थी। इस केन्द्र में  प्रतिवर्ष करीब 1 लाख किसान भ्रमण करने के लिए आते हैं, इतना ही नहीं किसानों की जागरूकता के लिए किसान मेले व सेमिनारों का समय-समय पर आयोजन करवाया जाता है।  इसके अलावा किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है। बागवानी को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जाता है, अब तक 53 करोड़ 25 लाख 275 रुपये की राशि किसानों को अनुदान के रूप में उपलब्ध करवाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि यहां से प्रगतिशील किसानों ने जानकारी लेकर प्रदेश में अब तक करीब 10 हजार पॉलिहाऊस लगाए हैं और यहां से पौध ले जाकर सब्जी उत्पादन करके आमदनी का जरिया बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि इंडो-इजराइल बागवानी परियोजना से जहां बेमौसमी ताजा सब्जी उपलब्ध होती है वहीं इस विधि से पानी की भी बचत होती है।
  • चंडीगढ़, 14 दिसम्बर- हरियाणा की सहकारी चीनी मिलों ने चालू गन्ना पिराई मौसम के दौरान अब तक 48.10 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.72 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
  • हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि रोहतक सहकारी चीनी मिल ने सर्वाधिक 9.36 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 70,550 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है, जबकि शाहबाद सहकारी चीनी मिल ने 8.38 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 67,000 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, करनाल ने 5.95 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 49,880 क्विंटल जबकि सहकारी चीनी मिल, कैथल ने 5.27 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 43,100 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इसी प्रकार, सहकारी चीनी मिल, महम ने 5.40 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 35,650 क्विंटल तथा सहकारी चीनी मिल, जींद ने 4.86 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 40,850 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। 
  • उन्होंने बताया कि सहकारी चीनी मिल, पलवल ने 3.43 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 28,555 क्विंटल, सहकारी चीनी मिल, पानीपत ने 3.26 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 27,650 क्विंटल तथा सहकारी चीनी मिल, गोहाना ने 1.83 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 9,250 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
  • प्रवक्ता ने बताया कि हैफेड चीनी मिल, असंध ने 6.23 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 45,100 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों में अब तक की औसत शुगर रिकवरी 8.73 प्रतिशत रही है
  • चंडीगढ़, 14 दिसंबर- हरियाणा सरकार ने औद्योगिक प्रशिक्षण एवं रोजगार विभाग के महानिदेशक, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण तथा रोजगार विभाग के सचिव और गृह-1 विभाग के सचिव श्री टी.एल.सत्यप्रकाश को तुरंत प्रभाव से हरियाणा प्रशासन सुधार प्राधिकरण के महानिदेशक का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा है।